तोरी बगिया में आम की डाल, कोयल बोले कुहू कुहू: भजन (Tori Bagiya Mein Aam Ki Daal Koyal Bole Kuhu Kuhu)

तोरी बगिया में आम की डाल,

कोयल बोले कुहू कुहू ॥


बगिया में माई आसन लागो,

आसन बैठो आन,

कोयल बोले कुहू कुहू ॥


बाग़ में तोरी झूला डरो है,

झूला झूलो आन,

कोयल बोले कुहू कुहू ॥


बाग में भोजन थाल लगी है,

जीमो जीमो आन,

कोयल बोले कुहू कुहू ॥


बाग में तोरी दुखिया बैठे,

विनती सुनलो आन,

कोयल बोले कुहू कुहू ॥


‘राजेंद’ भेंट लये ठाड़े हैं,

भेंट लो जल्दी आन,

कोयल बोले कुहू कुहू ॥


तोरी बगिया में आम की डाल,

कोयल बोले कुहू कुहू ॥

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कैसे भूलूंगा दादी मैं तेरा उपकार (Kaise Bhulunga Dadi Main Tera Upkar)

कैसे भूलूंगा दादी मैं तेरा उपकार,
ऋणी रहेगा तेरा,

कर दो दुखियो का दुःख दूर, ओ बाघम्बर वाले (Kar Do Dukhiyo Ka Dukh Dur O Baghambar Wale)

कर दो दुखियो का दुःख दूर,
ओ बाघम्बर वाले,

ना जी भर के देखा, ना कुछ बात की (Na Jee Bhar Ke Dekha Naa Kuch Baat Ki)

ना जी भर के देखा, ना कुछ बात की,
बड़ी आरजू थी, मुलाकात की ।

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