तू प्यार का सागर है: भजन (Tu Pyar Ka Sagar Hai)

तू प्यार का सागर है,

तेरी एक बूँद के प्यासे हम ।

लौटा जो दिया तूने,

चले जायेंगे जहां से हम ।

तू प्यार का सागर है..॥


घायल मन का पागल पंछी,

उड़ने को बेकरार ।

पंख हैं कोमल, आँख है धुंदली,

जाना है सागर पार ।

अब तू ही इसे समझा,

राह भूले थे कहाँ से हम ।

तू प्यार का सागर है..॥


इधर झूम के गाए जिन्दगी,

उधर है मौत खड़ी ।

कोई क्या जाने कहाँ है सीमा,

उलझन आन पड़ी ।

कानों में ज़रा कह दे,

कि आएं कौन दिशा से हम ।

तू प्यार का सागर है..॥


तू प्यार का सागर है,

तेरी एक बूँद के प्यासे हम ।

लौटा जो दिया तूने,

चले जायेंगे जहां से हम ।

तू प्यार का सागर है..॥

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कहियो दर्शन दीन्हे हो, भीलनियों के राम (Kahiyo Darshan Dinhe Ho Bhilaniyo Ke Ram)

पंथ निहारत, डगर बहारथ,
होता सुबह से शाम,

भोले मेरी नैया को भाव पार लगा देना (Bhole Meri Naiya Ko Bhav Paar Laga Dena)

भोले में तेरे दर पे,
कुछ आस लिए आया हूँ ,

जम्मू में माँ मात वैष्णो, कलकत्ते में काली (Jammu Mein Maa Maat Vaishno Kalkatte Mein Kali)

जम्मू में माँ मात वैष्णो,
कलकत्ते में काली,

खुल गये सारे ताले वाह क्या बात हो गयी(Khul Gaye Saare Taale Wah Kya Baat Ho Gai)

खुल गये सारे ताले वाह क्या बात हो गयी,
जबसे जन्मे कन्हैया करामात हो गयी ॥

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