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आदि अंत मेरा है राम (Aadi Ant Mera Hai Ram)

आदि अंत मेरा है राम,

उन बिन और सकल बेकाम ॥


कहा करूं तेरा बेद पुराना,

जिन है सकल जगत भरमाना ॥


कहा करूं तेरी अनुभै बानी,

जिनमें तेरी सुद्धि भुलानी ॥


कहा करूं ये मान बड़ाई,

राम बिना सबही दुखदाई ॥


कहा करूं तेरा सांख व जोग,

राम बिना सब बंधन रोग ॥


कहा करूं दंद्रिन का सुक्ख,

राम बिना देवा सब दुक्ख ॥


दरिया कहै राम गुरू मुखिया,

हरि बिनु दुखी राम सँग सुखिया ॥

शिव की जटा से बरसे, गंगा की धार है (Shiv Ki Jata Se Barse Ganga Ki Dhar Hai)

शिव की जटा से बरसे,
गंगा की धार है,

वट सावित्री पूर्णिमा पूजन विधि (Vat Savitri Purnima Pooja Vidhi)

ज्येष्ठमास की पूर्णिमा को किया जाने वाला व्रत

भीष्म अष्टमी पर करें गंगा स्नान

भीष्म अष्टमी सनातन धर्म का एक महत्वपूर्ण पर्व है। यह दिन विशेष रूप से पितरों को समर्पित होता है, खासकर उन लोगों के लिए जिनके वंश में संतान नहीं होती। यह पर्व माघ माह के शुक्ल पक्ष की अष्टमी तिथि को मनाया जाता है।

आजा कलयुग में लेके, अवतार ओ भोले (Aaja Kalyug Me Leke, Avtar O Bhole)

अवतार ओ भोले,
अपने भक्तो की सुनले,