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भोलेनाथ है वो मेरे, भोलेनाथ हैं (Bholenath Hai Vo Mere Bholenath Hai)

हर इक डगर पे हरपल,

जो मेरे साथ हैं,

भोलेनाथ है वो मेरे,

भोलेनाथ हैं,

देवों के देव हैं वो,

नाथों के नाथ हैं,

भोलेनाथ हैं वो मेरे,

भोलेनाथ हैं ॥


नीलकंठ महादेव विष को पिये हैं,

असुरों देवों को वर एक सा दिए हैं,

फर्क न किये,

हर कष्ट हर लिए,

जिनके आगे प्राणी सब,

जोड़े हाथ है,

भोलेनाथ हैं वो मेरे,

भोलेनाथ हैं ॥


हाथ में त्रिशूल है बाघम्बर कमर में,

दूजे हाथ डमरू है बाजे नाद स्वर में,

नन्दी पे सवार,

हैं भोले त्रिपुरार,

जटा में हैं गंगा और,

चन्द्र माथ है,

भोलेनाथ हैं वो मेरे,

भोलेनाथ हैं ॥


जल जो चढ़ाए उसे यम से उबारे,

बेल के चढाने से भरते भंडारे,

दूध अक्षत के संग,

धतूरा और भँग,

वैभव सुख धन की करते,

बरसात हैं,

भोलेनाथ हैं वो मेरे,

भोलेनाथ हैं ॥


हर इक डगर पे हरपल,

जो मेरे साथ हैं,

भोलेनाथ है वो मेरे,

भोलेनाथ हैं,

देवों के देव हैं वो,

नाथों के नाथ हैं,

भोलेनाथ हैं वो मेरे,

भोलेनाथ हैं ॥

माघ कृष्ण की षट्तिला एकादशी (Magh Krishna ki Shattila Ekaadashee)

एक समय दालभ्यजी ने प्रजापति ब्रह्माजी के पुत्र पुलस्त्य जी से प्रश्न किया कि प्रभो! क्या कोई ऐसी भी शक्ति या उपाय है कि जिसके करने से ब्रह्महत्या करने इत्यादि के कुटिल कर्मों के पापों से मनुष्य सरलता पूर्वक छूट जाय भगवन् !

जानें कब है विनायक चतुर्थी

विनायक चतुर्थी चैत्र माह के शुक्ल पक्ष की चतुर्थी तिथि को मनाई जाती है। यह दिन भगवान गणेश की पूजा के लिए अत्यंत शुभ माना जाता है।

फागुन माह का पहला प्रदोष व्रत

हिंदू धर्म में प्रदोष व्रत का विशेष महत्व है। इस दिन भक्त भगवान शिव और देवी पार्वती की पूजा करते हैं। मान्यता है कि इस दिन की गई पूजा से भक्तों की सभी मनोकामनाएं पूर्ण होती हैं।

गुड़ी पड़वा (Gudi Padwa)

गुड़ी पड़वा हिंदू धर्म में एक विशेष स्थान रखता है। ऐसा माना जाता है कि गुड़ी को घर पर फहराने से घर से नकारात्मक शक्तियां दूर हो जाती हैं और जीवन में सौभाग्य और समृद्धि आती है।

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