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बोल सुवा राम राम, मीठी मीठी वाणी रे (Bol Suva Ram Ram Mithi Mithi Vani Re)

बोल सुवा राम राम,

मीठी मीठी वाणी रे ॥


दोहा – राम किया सुख उपजे,

और कृष्ण किया दुःख जाय,

एक बार हरी ॐ रटे,

तो भव बंधन मिट जाय ॥


बोल सुवा राम राम,

मीठी मीठी वाणी रे,

बोंल सुवा राम राम,

मीठी मीठी वाणी रे ॥


सोने के डाल सुवा,

पिंजरों घलाउ रे,

पिंजरे में मोत्यां वाली,

झालरी लगाउ रे,

बोंल सुवा राम राम,

मीठी मीठी वाणी रे ॥


चंपा के डाल सुवा,

हिंडोरो घलाउ रे,

हिंडोरे बिठा में थाने,

हाथ स्यु हिंडावु रे,

बोंल सुवा राम राम,

मीठी मीठी वाणी रे ॥


घिरत मिठाई सुवा,

लापसी बनाऊ रे,

आँवले रो रस तने,

घोल घोल पावू रे,

बोंल सुवा राम राम,

मीठी मीठी वाणी रे ॥


पगलिया रे माई तने,

पजड़िया पहनाऊ रे,

मीरा गिरधारी सरने,

आया सुख पाऊ रे,

बोंल सुवा राम राम,

मीठी मीठी वाणी रे ॥


बोंल सुवा राम राम,

मीठी मीठी वाणी रे,

बोंल सुवा राम राम,

मीठी मीठी वाणी रे ॥

महाशिवरात्रि के विशेष उपाय

महाशिवरात्रि हिंदू धर्म का एक अत्यंत पावन और महत्वपूर्ण पर्व है। यह भगवान शिव और माता पार्वती के मिलन का पवित्र त्योहार आंतरिक शांति का प्रतीक है। इस दिन शिवभक्त उपवास, पूजा-अर्चना और रात्रि जागरण के माध्यम से भगवान शिव के प्रति अपनी श्रद्धा व्यक्त करते हैं।

हे सरस्वती माँ ज्ञान की देवी किरपा करो(Hey Saraswati Maa Gyan Ki Devi Kirpa Karo)

हे सरस्वती माँ ज्ञान की देवी किरपा करो
देकर वरदान हे मात मेरा अज्ञान हरो

मेरी मां के बराबर कोई नहीं

ऊँचा है भवन, ऊँचा मंदिर
ऊँची है शान, मैया तेरी
चरणों में झुकें बादल भी तेरे
पर्वत पे लगे शैया तेरी

पहली बार गणगौर व्रत कैसे करें

गणगौर व्रत हिंदू धर्म में महिलाओं के लिए विशेष महत्व रखता है। यह व्रत मुख्य रूप से भगवान शिव और माता पार्वती को समर्पित होता है, इसे विवाहित महिलाएं अपने पति की लंबी उम्र और सुखी वैवाहिक जीवन के लिए करती हैं।