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चाहे सुख हो दुःख हो, एक ही नाम बोलो जी (Chahe Sukh Ho Dukh Ho Ek Hi Naam Bolo Ji)

चाहे सुख हो दुःख हो,

एक ही नाम बोलो जी,

बोलो बोलो बोलो,

जय श्री श्याम बोलो जी,

बोलो बोलो बोलो,

जय श्री श्याम बोलो जी ॥


हारे का सहारा,

तेरा साथ निभाएगा,

जब भी पुकारेगा,

तू सामने पायेगा,

श्याम नाम से इस जीवन में,

अमृत घोलो जी,

बोलो बोलो बोलो,

जय श्री श्याम बोलो जी,

बोलो बोलो बोलो,

जय श्री श्याम बोलो जी ॥


जग को बुलाता दर पे,

तुझे भी बुलाएगा,

जो तू बाबा श्याम जी का,

ध्यान लगाएगा,

खाटू धाम में जाकर अपनी,

किस्मत खोलो जी,

बोलो बोलो बोलो,

जय श्री श्याम बोलो जी,

बोलो बोलो बोलो,

जय श्री श्याम बोलो जी ॥


श्याम की कृपा से ‘आमिर’,

मौज उड़ाएगा,

श्याम नाम की मस्ती में,

झूम झूम गायेगा,

श्याम तुम्हारा होगा तुम भी,

श्याम के हो लो जी,

बोलो बोलो बोलो,

जय श्री श्याम बोलो जी,

बोलो बोलो बोलो,

जय श्री श्याम बोलो जी ॥


चाहे सुख हो दुःख हो,

एक ही नाम बोलो जी,

बोलो बोलो बोलो,

जय श्री श्याम बोलो जी,

बोलो बोलो बोलो,

जय श्री श्याम बोलो जी ॥

चैत्र मासिक कृष्ण जन्माष्टमी

मासिक कृष्ण जन्माष्टमी का व्रत हर महीने कृष्ण पक्ष की अष्टमी तिथि को रखा जाता है। यह व्रत भगवान श्रीकृष्ण को समर्पित होता है, जो भाद्रपद मास की अष्टमी तिथि को जन्मे थे।

हरि तुम हरो जन की भीर(Hari Tum Haro Jan Ki Bhir)

हरि तुम हरो जन की भीर।
द्रोपदी की लाज राखी, तुम बढ़ायो चीर॥

षटतिला एकादशी व्रत उपाय

माघ मास में कृष्ण पक्ष की एकादशी तिथि को षटतिला एकादशी मनाई जाती है। धार्मिक मान्यता है कि इस दिन भगवान विष्णु का पूजन करने से धन की प्राप्ति होती है। इस दिन पूजा में तिल का प्रयोग अवश्य करना चाहिए।

श्रीदेव्यथर्वशीर्षम् (Sri Devi Atharvashirsha)

देव्यथर्वशीर्षम् जिसे देवी अथर्वशीर्ष के नाम से भी जाना जाता है, चण्डी पाठ से पहले पाठ किए जाने वाले छह महत्वपूर्ण स्तोत्र का हिस्सा है।

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