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ध्यानु की तरह अम्बे, मेरा नाम अमर कर दो (Dhyanu Ki Tarah Ambe Mera Naam Amar Kardo)

ध्यानु की तरह अम्बे,

मेरा नाम अमर कर दो,

चरणों में मिट जाऊं,

भक्ति की नजर कर दो,

ध्यानु की तरह अम्बें,

मेरा नाम अमर कर दो ॥


चोला बसंती माँ,

पहना है लिए मस्ती,

सर प्रेम के बाने में,

लाली है तेरी हस्ती,

झंकार के छैनों की,

इस मन को संवर कर दो,

ध्यानु की तरह अम्बें,

मेरा नाम अमर कर दो ॥


मंगलमय शुभ ज्योति,

मन मंदिर में जागी,

तेरा पंथ निराला है,

मोहे सांची लगन लागी,

गुण गान करे वाणी,

स्वासों में असर कर दो,

ध्यानु की तरह अम्बें,

मेरा नाम अमर कर दो ॥


माता और बेटे का,

रिश्ता ये पुराना है,

ममता में बंधती वो,

मैंने तो ये जाना है,

रहमत की निगाहें माँ,

इक बार अगर कर दो,

ध्यानु की तरह अम्बें,

मेरा नाम अमर कर दो ॥


ध्यानु की तरह अम्बे,

मेरा नाम अमर कर दो,

चरणों में मिट जाऊं,

भक्ति की नजर कर दो,

ध्यानु की तरह अम्बें,

मेरा नाम अमर कर दो ॥

मोहन से दिल क्यूँ लगाया है(Mohan Se Dil Kyun Lagaya Hai)

मोहन से दिल क्यूँ लगाया है,
ये मैं जानू या वो जाने,

राम नवमी पौराणिक कथा

हिन्दू धर्म का रामायण और रामचरितमानस दो प्रमुख ग्रंथ है। आपको बता दें कि आदिकवि वाल्मीकि जी ने रामायण की रचना की है तो वहीं तुलसीदास जी ने रामचरितमानस की रचना की है।

हो दीनानाथ(Ho Deenanath)

सोना सट कुनिया, हो दीनानाथ
हे घूमइछा संसार, हे घूमइछा संसार

वैकुंठ एकादशी पूजा विधि

वैकुंठ एकादशी को सनातन धर्म में बेहद शुभ माना गया है। इसे मुक्कोटी एकादशी, पुत्रदा एकादशी और स्‍वर्ग वथिल एकादशी भी कहते हैं। ऐसी मान्‍यता है कि यह एकादशी व्रत करने से वैकुंठ के द्वार खुलते हैं।

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