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दिखा दे थारी सुरतियाँ(Dikha de Thari Suratiya)

श्याम सलोनो प्यारो म्हारो, मैं लुल लुल जावा

मन को मोर्यो नाचन लाग्यो झूम झूम गावा ,

थारो दर्शन पाणे खातिर उड़ गयी आख्या श्यु निंदा

मत तरसावो बाबा श्याम आजा हिंडो हिंडा

दिखा दे थारी सुरतिया दिखा दे थारी सुरतिया



चान्दारुण की दचिण दिशा में बाबा आप बिराजो

उत्तर में शिवनाथ बिराजे शिवालय रे माहि

बिच बाज़ार में गणपति सोहे लडूवन भोग लगावे


फागन रा महिना में बाबा थारे मंदिर आवा

मेवा मिश्री सागे ल्यावा थारे भोग लगावा

भोले शंकर ने ल्यावो तो गांजो भांग मंगावा


लाल गुलाबी गुलाल उड़त है श्याम नगर के माहि

स्वर्ग से सुन्दर लागे म्हाने खाटू नगरी के माहि

रंग रंगीलो फागन आयो भक्ता के मन भायो


यु तो म्हारा खाटू नरेश ने बिगड़ी सब की बनाई

एक सहारा श्याम हमारा सूरत थारी बसाई

वेद व्यास की अर्जी सुन्ल्यो बेडो पार लगाद्यो

आमलकी एकादशी पूजा विधि

फाल्गुन माह की शुक्ल पक्ष की एकादशी पर आमलकी एकादशी का व्रत किया जाता है। इस तिथि पर भगवान विष्णु के साथ-साथ आंवले के पेड़ की पूजा का भी विशेष महत्व है।

मासिक दुर्गाष्टमी पूजा विधि

मासिक दुर्गा अष्टमी का व्रत हर माह शुक्ल पक्ष की अष्टमी तिथि को रखा जाता है। सनातन धर्म में मासिक दुर्गाष्टमी का एक विशेष महत्व है, यह दिन मां दुर्गा की पूजा-अर्चना का होता है।

होली पर मां लक्ष्मी की पूजा विधि

होली का हर पल जीवन के लिए एक संदेश लेकर आता है। इस दिन मां लक्ष्मी की विशेष पूजा करने से धन संबंधी परेशानियां दूर होती हैं और जीवन में कभी भी आर्थिक तंगी नहीं आती है। इस साल होली 14 मार्च को मनाई जा रही है। 14 मार्च को शुक्रवार है। शुक्रवार को देवी लक्ष्मी का दिन माना जाता है। इस दिन वैभव लक्ष्मी व्रत भी रखा जाता है।

श्री शीतला माता चालीसा (Shri Shitala Mata Chalisa)

जय जय माता शीतला, तुमहिं धरै जो ध्यान ।
होय विमल शीतल हृदय, विकसै बुद्धी बल ज्ञान ॥