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गोबिंद चले चरावन गैया (Gobind Chale Charavan Gaiya)

गोबिंद चले चरावन गैया ।

दिनो है रिषि आजु भलौ दिन,

कह्यौ है जसोदा मैया ॥


उबटि न्हवाइ बसन भुषन,

सजि बिप्रनि देत बधैया ।

करि सिर तिलकु आरती बारति,

फ़ुनि-फ़ुनि लेति बलैया ॥


’चतुर्भुजदास’ छाक छीके सजि,

सखिन सहित बलभैया ।

गिरिधर गवनत देखि अंक भर,

मुख चूम्यो व्रजरैया ॥

शिव शम्भू सा निराला, कोई देवता नहीं है (Shiv Shambhu Sa Nirala Koi Devta Nahi Hai)

शिव शम्भू सा निराला,
कोई देवता नहीं है,

माघ गुप्त नवरात्रि विशेष उपाय

साल 2025 की पहली गुप्त नवरात्रि 30 जनवरी से प्रारंभ हो रही है। माघ मास में पड़ने के कारण यह गुप्त नवरात्रि बेहद खास होती है। इस बार माघ मास में महाकुंभ भी है। ऐसे में इस गुप्त नवरात्रि का महत्व कई गुना बढ़ जाता है।

शिव जी की महिमा अपरम्पार है (Shivji Ki Mahima Aprampaar Hai)

शिव जी की महिमा अपरम्पार है,
आया शिवरात्रि का त्यौहार है,

सियारानी का अचल सुहाग रहे - भजन (Bhajan: Siyarani Ka Achal Suhag Rahe)

मेरे मिथिला देश में, आओ दूल्हा भेष ।
ताते यही उपासना, चाहिए हमें हमेशा ॥

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