नवीनतम लेख

गोबिंद चले चरावन गैया (Gobind Chale Charavan Gaiya)

गोबिंद चले चरावन गैया ।

दिनो है रिषि आजु भलौ दिन,

कह्यौ है जसोदा मैया ॥


उबटि न्हवाइ बसन भुषन,

सजि बिप्रनि देत बधैया ।

करि सिर तिलकु आरती बारति,

फ़ुनि-फ़ुनि लेति बलैया ॥


’चतुर्भुजदास’ छाक छीके सजि,

सखिन सहित बलभैया ।

गिरिधर गवनत देखि अंक भर,

मुख चूम्यो व्रजरैया ॥

जहाँ ले चलोगे, वही मैं चलूँगा (Jaha Le Chaloge Vahi Me Chalunga)

जहाँ ले चलोगे, वही मैं चलूँगा,
जहाँ नाथ रख लोगे, वही मैं रहूँगा ।

महाकाल की गुलामी मेरे काम आ रही है (Mahakal Ki Gulami Mere Kam Aarhi Hai)

उनकी ही कृपा से
एकदम मस्त जिंदगी है

अपने दरबार में तू बुलालें (Apne Darbar Mein Tu Bula Le)

महाकाल बाबा उज्जैन वाले,
जीवन मेरा तेरे हवाले,

शिव चन्द्रशेखर अष्टक स्तोत्र (Shiv Chandrashekhar Ashtak Stotr)

चन्द्रशेखर चन्द्रशेखर चन्द्रशेखर पाहि माम ।

यह भी जाने