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हरि का भजन करो, हरि है तुम्हारा (Hari Ka Bhajan Karo, Hari Hai Tumhara)

हरि का भजन करो,

हरि है तुम्हारा,

हरि के भजन बिन,

हरि के भजन बिन, नहीं गुजारा,

हरि का भजन करों,

हरि है तुम्हारा॥


हरि नाम से तेरा काम बनेगा,

हरि नाम ही तेरे साथ चलेगा,

हरि नाम लेने वाला,

हरि नाम लेने वाला, हरि का है प्यारा,

हरि का भजन करों,

हरि है तुम्हारा॥


कोई कहे राधे-श्याम,

कोई कहे सीता-राम,

कोई गिरिधर गोपाल,

कोई राधा-माधव नाम,

वो ही हरि दीन बंधू,

वो ही हरी करुणा सिन्धु,

नमो बारम्बारा,

हरि का भजन करों,

हरि है तुम्हारा॥


सुख़ दुःख भोगे जाओ,

लेखा सब मिटाते जाओ,

हरि गुण गाते जाओ,

हरि को रिझाते जाओ,

वो ही हरि दीन-बंधू,

वो ही हरी करुणा-सिन्धु,

सबका है प्यारा,

हरि का भजन करों,

हरि है तुम्हारा॥


दीनो पर दया करो,

बने तो सेवा भी करो,

मोह सब दूर करो,

प्रेम हरि से करो,

ये ही भक्ति ये ही योग,

ये ही ज्ञान सारा,

हरि का भजन करों,

हरि है तुम्हारा॥


हरि का भजन करो,

हरि है तुम्हारा,

हरि के भजन बिन,

हरि के भजन बिन, नहीं गुजारा,

हरि का भजन करों,

हरि है तुम्हारा॥

जनवरी में कब है संकष्टी चतुर्थी

सनातन हिंदू धर्म में संकष्टी चतुर्थी का व्रत अत्यधिक महत्वपूर्ण माना जाता है। बता दें कि साल की पहली संकष्टी चतुर्थी लम्बोदर संकष्टी चतुर्थी के नाम से भी जानी जाती है। यह व्रत मुख्य रूप से भगवान गणेश जी और सकट माता की पूजा-अर्चना के लिए प्रसिद्ध है।

राम नाम लड्डू, गोपाल नाम घी(Ram Naam Ladd, Gopal Naam Gee)

जय सीता राम की। जय राधे श्याम की ॥
राम नाम लड्डू, गोपाल नाम घी ।

पार होगा वही, जिसे पकड़ोगे राम (Paar Hoga Wahi Jise Pakdoge Ram)

पार होगा वही,
जिसे पकड़ोगे राम,

श्री रामायण जी की आरती (Shri Ramayan Ji Ki Aarti)

आरती श्री रामायण जी की।
कीरति कलित ललित सिया-पी की॥

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