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हे जग स्वामी, अंतर्यामी, तेरे सन्मुख आता हूँ (He Jag Swami Anataryami, Tere Sanmukh Aata Hoon)

हे जग स्वामी, अंतर्यामी,

तेरे सन्मुख आता हूँ ।


सन्मुख आता, मैं शरमाता

भेंट नहीं कुछ लाता हूँ

॥ हे जग स्वामी...॥


पापी जन हूँ, मैं निर्गुण हूँ

द्वार तेरे पर आता हूँ

॥ हे जग स्वामी...॥


मुझ पर प्रभु कृपा कीजे

पापों से पछताता हूँ

॥ हे जग स्वामी...॥


पाप क्षमा कर दीजे मोरे,

मन से ये ही चाहता हूँ

॥ हे जग स्वामी...॥


हे जग स्वामी, अंतर्यामी,

तेरे सन्मुख आता हूँ ।

शादी-विवाह पूजा विधि

विवाह एक पवित्र संस्कार, जो दो लोगों को 7 जन्मों के लिए बांधता है। यह न केवल दो व्यक्तियों का मिलन है, बल्कि दो परिवारों का भी मिलन है। इसे हिंदू संस्कृति में एक पवित्र अनुष्ठान माना गया है।

अब मैं सरण तिहारी जी (Ab Main Saran Tihari Ji)

अब मैं सरण तिहारी जी,
मोहि राखौ कृपा निधान ॥

छठ मंत्र (Chhath Mantra)

ॐ ह्रीं ह्रीं सूर्याय सहस्रकिरणराय मनोवांछित फलम् देहि देहि स्वाहा।।