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झूला पड्यो है कदम्ब की डार (Jhula Padyo Hai Kadamb Ki Daar)

झूला पड्यो है कदम्ब की डार,

झुलावे ब्रज नारी,

ब्रज नारी रे ब्रज नारी,

ब्रज नारी सखियाँ सारी,

झूला पड्यो हैं कदम्ब की डार,

झुलावे ब्रज नारी ॥


रेशम की सखी डोरी पड़ी है,

मोतियन से कैसी पटरी जड़ी है,

वा में बैठे युगल सरकार,

झुलावे ब्रज नारी,

झूला पड्यो हैं कदम्ब की डार,

झुलावे ब्रज नारी ॥


मधुर मधुर श्याम बंसी बजावत,

बंसी बजावत रस बरसावत,

नन्ही नन्ही पड़त है फुहार,

झुलावे ब्रज नारी,

झूला पड्यो हैं कदम्ब की डार,

झुलावे ब्रज नारी ॥


श्याम राधिका झूला झूले,

गोपी ग्वाल देखे फुले,

सब गावत है मल्हार,

झुलावे ब्रज नारी,

झूला पड्यो हैं कदम्ब की डार,

झुलावे ब्रज नारी ॥


झूला पड्यो है कदम्ब की डार,

झुलावे ब्रज नारी,

ब्रज नारी रे ब्रज नारी,

ब्रज नारी सखियाँ सारी,

झूला पड्यो हैं कदम्ब की डार,

झुलावे ब्रज नारी ॥

कार्तिक मास के फायदे

कार्तिक मास के दौरान लोग दिल खोल कर दान पुण्य करते हैं। भारतीय उपमहाद्वीप के उत्तर पूर्वी क्षेत्र में बसे वैसे लोग जो गंगा किनारे नहीं हैं वे कार्तिक माह में गंगा किनारे आकर रहते हैं।

मैंने तेरे ही भरोसे हनुमान (Maine Tere Hi Bharose Hanuman)

मैंने तेरे ही भरोसे हनुमान,
सागर में नैया डाल दई ॥

नवरात्री वृत कथा (Navratri Vrat Katha)

माँ दुर्गाकी नव शक्तियोंका दूसरा स्वरूप ब्रह्मचारिणीका है। यहाँ श्ब्राश् शब्दका अर्थ तपस्या है। ब्रह्मचारिणी अर्थात् तपकी चारिणी-तपका आचरण करनेवाली। कहा भी है वेदस्तत्वं तपो ब्रह्म-वेद, तत्त्व और तप श्ब्राश् शब्दक अर्थ हैं।

ओ पवन पुत्र हनुमान (Oh Pawan Putra Hanuman)

पवन तनय संकट हरण,
मंगल मूर्ति रूप,

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