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झूलन चलो हिंडोलना, वृषभान नंदनी (Jjhulan Chalo Hindolana Vrashbhanu Nandni)

झूलन चलो हिंडोलना, वृषभान नंदनी,

झूलन चलो हिडोलना, वृषभान नंदनी।


सावन की तीज आई, नवघोर घटा छाई,

सावन की तीज आई, नवघोर घटा छाई,

नवघोर घटा छाई,

मेघन झड़ी लगाई, पड़ी बूँद मंदिनी,

॥ झूलन चलो हिडोलना...॥


सुंदर कदम की डारी, झूलो पड़यो है प्यारी,

सुंदर कदम की डारी, झूलो पड़यो है प्यारी,

झूलो पड़यो है प्यारी,

देखो उमर किशोरी, सब दुख निकंदिनि,

॥ झूलन चलो हिडोलना...॥


पहरो सुरंग सारी, मानो विनय हमारी,

पहरो सुरंग सारी, मानो विनय हमारी,

मानो विनय हमारी,

मुखचंद्र की उजियारी, मृदुभाष नंदिनी,

॥ झूलन चलो हिडोलना...॥


झूलन चलो हिंडोलना, वृषभान नंदनी,

झूलन चलो हिडोलना, वृषभान नंदनी।

शारदीय नवरात्रि के लिए घट स्थापना कौन से दिन करें, यहां जानें अपने सभी सवालों के जवाब

शारदीय नवरात्रि का आरंभ होने जा रहा है। नौ दिन तक चलने वाले इस महापर्व में मां दुर्गा के नौ रूपों की पूजा-अर्चना की जाती है। नवरात्रि का पहला दिन बेहद खास माना जाता है, क्योंकि इस दिन घटस्थापना करने का विधान है।

वो है जग से बेमिसाल सखी (Woh Hai Jag Se Bemisal Sakhi)

कोई कमी नहीं है, दर मइया के जाके देख
देगी तुझे दर्शन मइया, तू सर को झुका के देख

संसार के लोगों से आशा ना किया करना(Sansar Ke Logon Se Asha Na Kiya Karna)

संसार के लोगों से आशा ना किया करना,
जब कोई ना हो अपना,

अंजनीसुत केसरी नंदन ने (Anjani Sut Kesari Nandan Ne)

अंजनीसुत केसरी नंदन ने,
श्री राम के कारज सारे है,

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