नवीनतम लेख

कब दर्शन देंगे राम परम हितकारी (Kab Darshan Denge Ram Param Hitkari)

भीलनी परम तपश्विनी,

शबरी जाको नाम ।

गुरु मतंग कह कर गए,

तोहे मिलेंगे राम ।


कब दर्शन देंगे राम परम हितकारी

कब दर्शन देंगे राम दीन हितकारी

रास्ता देखत शबरी की उम्र गयी सारी ॥


कही कोई कांटा प्रभु को नहीं चुभ जाये

पग तन्मग्चारे चुन चुन पुष्प बिछाए

मीठे फल चख कर नित्य सजाये थारी

रास्ता देखत शबरी की उम्र गयी सारी


कब दर्शन देंगे राम परम हितकारी

कब दर्शन देंगे राम दीन हितकारी

रास्ता देखत शबरी की उम्र गयी सारी ॥


श्री राम चरण मे प्राण बसे शबरी के

प्रभु दर्शन दे तो भाग जगे शबरी के

रघुनाथ प्राणनिधि पर जीवन बलिहारी

रास्ता देखत शबरी की उम्र गयी सारी


कब दर्शन देंगे राम परम हितकारी

कब दर्शन देंगे राम दीन हितकारी

रास्ता देखत शबरी की उम्र गयी सारी ॥


कब दर्शन देंगे राम परम हितकारी

कब दर्शन देंगे राम दीन हितकारी

रास्ता देखत शबरी की उम्र गयी सारी

श्री तुलसी चालीसा (Shri Tulsi Chalisa)

श्री तुलसी महारानी, करूं विनय सिरनाय ।
जो मम हो संकट विकट, दीजै मात नशाय ।।

नामकरण संस्कार पूजा विधि

नामकरण संस्कार हिंदू धर्म के 16 संस्कारों में से एक है, जिसमें बच्चे को उसकी पहचान दी जाती है। यह बच्चे के जीवन का पहला अनुष्ठान होता है।

सात्विक नियम पढ़ने के नियम क्या हैं

सात्विक मंत्र साधना में शुद्धि, शांति, और उन्नति का विशेष महत्व है। इसका उद्देश्य भौतिक इच्छाओं से मुक्त होकर ईश्वर की कृपा और आशीर्वाद प्राप्त करना है।

शादी-विवाह पूजा विधि

विवाह एक पवित्र संस्कार, जो दो लोगों को 7 जन्मों के लिए बांधता है। यह न केवल दो व्यक्तियों का मिलन है, बल्कि दो परिवारों का भी मिलन है। इसे हिंदू संस्कृति में एक पवित्र अनुष्ठान माना गया है।