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माँ तू है अनमोल(Maa Tu Hai Anmol)

माँ तू है अनमोल,

जो जाने मेरे बोल,

माँ तेरा ना कोई मोल,

तू तो प्रेम की मूरत है,

माँ तू प्रेम की मूरत है ॥


चरणों की धूल है तेरे,

डाली के फूल है तेरे,

कीचड़ हमको ना समझना,

माँ बच्चे है हम तेरे,

मेरा चलना मेरा हंसना,

सब तेरा है आधार।

माँ तू हैं अनमोल,

जो जाने मेरे बोल,

माँ तेरा ना कोई मोल,

तू तो प्रेम की मूरत है,

माँ तू प्रेम की मूरत है ॥


क्यों गम से मैं घबराऊँ,

क्यों सबसे मैं शरमाऊं,

जब माँ तू साथ है मेरे,

क्यों सबको ना बतलाऊँ,

चाहे दुःख हो या सुख हो,

तेरा करता रहूं गुणगान।

माँ तू हैं अनमोल,

जो जाने मेरे बोल,

माँ तेरा ना कोई मोल,

तू तो प्रेम की मूरत है,

माँ तू प्रेम की मूरत है ॥


‘निक्की’ है दास तुम्हारी,

तुझसे ही आस हमारी,

बिन तेरे कौन सुने माँ,

तू ही आवाज हमारी,

चाहे पायल चाहे बिछिया,

देना चरणों में अस्थान।

माँ तू हैं अनमोल,

जो जाने मेरे बोल,

माँ तेरा ना कोई मोल,

तू तो प्रेम की मूरत है,

माँ तू प्रेम की मूरत है ॥


माँ तू है अनमोल,

जो जाने मेरे बोल,

माँ तेरा ना कोई मोल,

तू तो प्रेम की मूरत है,

माँ तू प्रेम की मूरत है ॥

चैत्र मासिक कृष्ण जन्माष्टमी

मासिक कृष्ण जन्माष्टमी का व्रत हर महीने कृष्ण पक्ष की अष्टमी तिथि को रखा जाता है। यह व्रत भगवान श्रीकृष्ण को समर्पित होता है, जो भाद्रपद मास की अष्टमी तिथि को जन्मे थे।

शिवलिंग पर रुद्राक्ष चढ़ाने के लाभ

महाशिवरात्रि इस साल बुधवार, 26 फरवरी 2025, के दिन मनाया जाएगा। इस दिन भगवान शिव की पूजा का विशेष विधान है। इस दिन शिवलिंग पर भिन्न-भिन्न प्रकार की वस्तुएं अर्पित की जाती हैं। इन्हीं में से एक है रुद्राक्ष।

बुध प्रदोष व्रत, नवंबर 2024

सनातन धर्म में प्रत्येक तिथि का अपना विशेष महत्व है, जैसे एकादशी तिथि भगवान विष्णु को समर्पित है, वैसे ही त्रयोदशी तिथि महादेव भगवान शिव की प्रिय तिथि मानी जाती है।

शरण में हम तुम्हारे आ पड़े है (Sharan Mein Hum Tumhare Aa Pade Hai)

शरण में हम तुम्हारे आ पड़े है,
ओ भोले तेरे द्वारे आ पड़े है,