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माँ तू है अनमोल(Maa Tu Hai Anmol)

माँ तू है अनमोल,

जो जाने मेरे बोल,

माँ तेरा ना कोई मोल,

तू तो प्रेम की मूरत है,

माँ तू प्रेम की मूरत है ॥


चरणों की धूल है तेरे,

डाली के फूल है तेरे,

कीचड़ हमको ना समझना,

माँ बच्चे है हम तेरे,

मेरा चलना मेरा हंसना,

सब तेरा है आधार।

माँ तू हैं अनमोल,

जो जाने मेरे बोल,

माँ तेरा ना कोई मोल,

तू तो प्रेम की मूरत है,

माँ तू प्रेम की मूरत है ॥


क्यों गम से मैं घबराऊँ,

क्यों सबसे मैं शरमाऊं,

जब माँ तू साथ है मेरे,

क्यों सबको ना बतलाऊँ,

चाहे दुःख हो या सुख हो,

तेरा करता रहूं गुणगान।

माँ तू हैं अनमोल,

जो जाने मेरे बोल,

माँ तेरा ना कोई मोल,

तू तो प्रेम की मूरत है,

माँ तू प्रेम की मूरत है ॥


‘निक्की’ है दास तुम्हारी,

तुझसे ही आस हमारी,

बिन तेरे कौन सुने माँ,

तू ही आवाज हमारी,

चाहे पायल चाहे बिछिया,

देना चरणों में अस्थान।

माँ तू हैं अनमोल,

जो जाने मेरे बोल,

माँ तेरा ना कोई मोल,

तू तो प्रेम की मूरत है,

माँ तू प्रेम की मूरत है ॥


माँ तू है अनमोल,

जो जाने मेरे बोल,

माँ तेरा ना कोई मोल,

तू तो प्रेम की मूरत है,

माँ तू प्रेम की मूरत है ॥

हे जगवंदन गौरी नन्दन, नाथ गजानन आ जाओ (Hey Jag Vandan Gauri Nandan Nath Gajanan Aa Jao)

हे जगवंदन गौरी नन्दन,
नाथ गजानन आ जाओ,

शीतला अष्टमी 2025 तिथि और शुभ मुहूर्त

शीतला अष्टमी, जिसे बसोड़ा भी कहते हैं, माता शीतला को समर्पित एक पवित्र पर्व है। यह होली के बाद कृष्ण पक्ष की अष्टमी तिथि को मनाया जाता है। कुछ स्थानों पर इसे होली के आठ दिन बाद पहले सोमवार या शुक्रवार को भी मनाते हैं।

दूसरों का दुखड़ा दूर करने वाले (Doosron Ka Dukhda Door Karne Wale)

दूसरों का दुखड़ा दूर करने वाले,
तेरे दुःख दूर करेंगे राम ।