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महाकाल तेरी भक्ति ने बवाल कर दिया (Mahakal Teri Bhakti Ne Bawal Kar Diya)

तेरे कलयुग में भी भक्तो ने कमाल कर दिया,

हो जय श्री महाकाल के नारे ने धमाल कर दिया,

महाकाल तेरी भक्ति ने बवाल कर दिया,

महाकाल तेरी भक्ति ने बवाल कर दिया ॥


तेरी ही भक्ति ने मुझको संभाला है,

तेरी ही भक्ति ने मुझको संभाला है,

हो जिसने भी कि भक्ति तेरी,

उसका बोल-बाला है ॥


जो भी करे है भक्ति बाबा तेरे नाम की,

उस किरपा करके मालामाल कर दिया,

महाकाल तेरी भक्ति ने बवाल कर दिया,

महाकाल तेरी भक्ति ने बवाल कर दिया ॥


महाकाल मेरे, महाकाल मेरे

महाकाल मेरे, महाकाल


मेरी भक्ति में है दम उनकी किरपा में है दम,

क्या बिगाड़ेगा मेरा जमाना, ये जमाना, ये जमाना,

मुझे मारो नहीं ताना मैं हूँ भोले का दिवाना,

मुझे मारो नहीं ताना मैं हूँ भोले का दिवाना ॥


महाकाल मेरे, महाकाल मेरे

महाकाल मेरे, महाकाल


मेरा बना जो मकान थोड़ी दूर पर तेरा द्वार,

मेरी घर कि खिड़की से तेरे दर्शन होते सुबह-शाम,

मेरे उज्जैन के महाकाल,

मेरे उज्जैन के महाकाल ॥


भोले कि सवारी आई, शिव जी की सवारी,

आई उज्जैन नगरिया, शिव की सवारी ॥


ब्रम्हा जी ने वेद गाये नारद जी ने वीणा बोले,

चंदा बोले सूरज बोले वीणा का एकतारा बोले ॥


बाजे श्याम कि मुरलिया शिवजी की सवारी,

बाजे मोहन कि मुरलिया शिवजी की सवारी,

मेरे भोले कि सवारी आई शिवजी की सवारी,

आई उज्जैन नगरिया शिवजी की सवारी,

तेरी मोहनी मुरतिया शिवजी की सवारी ॥


महाकाल मेरे, महाकाल मेरे

महाकाल मेरे, महाकाल


तेरे कलयुग में भी भक्तो ने कमाल कर दिया,

हो जय श्री महाकाल के नारे ने धमाल कर दिया,

महाकाल तेरी भक्ति ने बवाल कर दिया,

महाकाल तेरी भक्ति ने बवाल कर दिया ॥

कब है बसंत पंचमी 2025?

माघ शुक्ल की पंचमी तिथि को बसंत पंचमी का उत्सव मनाया जाता है। सनातन धर्म के लोगों के लिए ये दिन बहुत खास होता है क्योंकि ऐसा माना जाता है कि इस दिन ज्ञान की देवी सरस्वती प्रकट हुई थीं। इसलिए इस दिन माता सरस्वती की पूजा की जाती है।

होली रे होली बरसाने की होली (Holi Re Holi Barsane Ki Holi)

राधा कृष्ण ने मिल कर खेली बरसाने की होली,
संग किशन के ग्वाल सखा है सखियाँ राधा टोली,

क्यों मनाई जाती है जन्माष्टमी, क्या है पूजन विधि, बांके बिहारी का ये है प्रिय भोज; जानें श्रीकृष्ण की जन्म कथा

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बिना लक्ष्मण के है जग सुना सुना (Bina Lakshman Ke Hai Jag Soona Soona)

लगी चोट रघुवर के तब ऐसी मन में,
रोके सुग्रीव से बोले जाओ,