नवीनतम लेख

मन मेरा मंदिर, शिव मेरी पूजा(Man Mera Mandir Shiv Meri Pooja)

ॐ नमः शिवाय, ॐ नमः शिवाय

सत्य है ईश्वर,

शिव है जीवन,

सुन्दर यह संसार है ।

तीनो लोक हैं तुझमे,

तेरी माया अपरम्पार है ॥


ॐ नमः शिवाय नमो,

ॐ नमः शिवाय नमो

मन मेरा मंदिर,

शिव मेरी पूजा,

शिव से बड़ा,

नहीं कोई दूजा ।

बोल सत्यम शिवम्,

बोल तू सुंदरम,

मन मेरे शिव की महिमा,

के गुण गए जा ॥


पार्वती जब सीता बन कर,

जय श्री राम के सन्मुख आयी ।

राम ने उनको माता कह कर,

शिव शंकर की महिमा गायी ।

शिव भक्ति में सब कुछ सुझा,

शिव से बढ़कर नहीं कोई दूजा ।

॥ बोल सत्यम शिवम्...॥


तेरी जटा से निकली गंगा,

और गंगा ने भीष्म दिया है ।

तेरे भक्तो की शक्ति ने,

सारे जगत को जीत लिया है ।

तुझको सब देवों ने पूजा,

शिव से बड़ा नहीं कोई दूजा।

॥ बोल सत्यम शिवम्...॥


मन मेरा मंदिर, शिव मेरी पूजा,

शिव से बड़ा नहीं कोई दूजा ।

बोल सत्यम शिवम्, बोल तू सुंदरम,

मन मेरे शिव की महिमा के गुण गए जा ॥

मात जवाला कर उजियाला (Maat Jwala Kar Ujiyala)

मात ज्वाला कर उजियाला,
तेरी ज्योत जगाऊँ,

विनायक चतुर्थी का व्रत कथा

हिंदू धर्म में विनायक चतुर्थी सबसे महत्वपूर्ण दिन माना गया है। यह तिथि भगवान गणेश को समर्पित होती है। इस दिन भक्त श्रद्धा पूर्वक पूजा करते हैं और व्रत रखते हैं।

दर्श अमावस्या क्यों मनाई जाती है?

हिंदू धर्म में दर्श अमावस्या का दिन अत्यंत महत्वपूर्ण माना जाता है। यह अमावस्या पितरों की शांति और पूजा-पाठ के लिए समर्पित है।

राजा राम जी की आरती उतारू रे सखी (Sita Ram Ji Ke Aarti Utaru Ae Sakhi)

सीता राम जी के आरती उतारूँ ए सखी
केकरा के राम बबुआ केकरा के लछुमन

यह भी जाने