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मेरे संग संग चलती(Mere Sang Sang Chalti)

संकट में झुँझन वाली की,

सकलाई देखि है,

मेरे संग संग चलती,

दादी की परछाई देखि है,

मेरे संग संग चलती,

दादी की परछाई देखि हैं ॥


कोई राह नज़र ना आए,

जब छाए गम के बादल,

सर पे महसूस किया है,

मैंने दादी का आँचल,

माँ की चुनड़ी मेरे सर पे,

माँ की चुनड़ी मेरे सर पे,

लहराई देखि है,

मेरे संग संग चलती,

दादी की परछाई देखि हैं ॥


ये है तक़दीर हमारी,

जो तेरी शरण मिली है,

क़िस्मत से तू हम भक्तो की,

दादी तू कुलदेवी है,

मेरे सुख दुःख ने हरदम,

मेरे सुख दुःख ने हरदम,

माँ आई देखि है,

मेरे संग संग चलती,

दादी की परछाई देखि हैं ॥


तूने तो दिया है दादी,

मुझको औकात से बढ़कर,

‘सौरभ मधुकर’ की तूने,

रख दी तक़दीर बदलकर,

हमने माँ के दरबार की,

हमने माँ के दरबार की,

सच्चाई देखि है,

मेरे संग संग चलती,

दादी की परछाई देखि हैं ॥


संकट में झुँझन वाली की,

सकलाई देखि है,

मेरे संग संग चलती,

दादी की परछाई देखि है,

मेरे संग संग चलती,

दादी की परछाई देखि हैं ॥

भर दों झोली मेरी गणराजा (Bhar Do Jholi Meri Ganraja)

भर दो झोली मेरी गणराजा,
लौटकर मैं ना जाऊंगा खाली,

छठ मईया जी की आरती

ॐ जय छठी माता, मैया जय छठी माता,
तुम संतन हितकारी, टूटे न ये नाता।।

लेके पूजा की थाली

लेके पूजा की थाली, ज्योत मन की जगा ली
तेरी आरती उतारूँ, भोली माँ
तू जो दे-दे सहारा, सुख जीवन का सारा
तेरे चरणों पे वारूँ, भोली माँ

बेद की औषद खाइ कछु न करै माँ गंगा माहात्म्य (Bed Ki Aushad Khai Kachhu Na karai: Ganga Mahatmy)

बताओ कहाँ मिलेगा श्याम ।
चरण पादुका लेकर सब से पूछ रहे रसखान ॥

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