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मेरी मैया चली, असुवन धारा बही(Meri Maiya Chali Ashuvan Dhara Bahi)

मेरी मैया चली,

असुवन धारा बही,

नौ दिन मैया ने,

बेटो की विपदा हरी,

मेरी मैया चलीं,

असुवन धारा बही ॥


सारे जगत की है महारानी,

भक्तों की श्रद्धा माता ने जानी,

दिल में है खलबली,

असुवन धारा बही,

मेरी मैया चलीं,

असुवन धारा बही ॥


मैया अतिथि बन कर आई,

जगमग दीपक ज्योत जलाई,

सब की बिगड़ी बनी,

असुवन धारा बही,

मेरी मैया चलीं,

असुवन धारा बही ॥


आज विदाई मैया की आई,

भक्तो ने महिमा मैया की गाई,

मन में ज्योत जली,

असुवन धारा बही,

मेरी मैया चलीं,

असुवन धारा बही ॥


दास की विनती सुनलो

सब की अर्जी माँ पूरी करदो,

रेवा के तीर चली,

असुवन धारा बही,

मेरी मैया चलीं,

असुवन धारा बही ॥


मेरी मैया चली,

असुवन धारा बही,

नौ दिन मैया ने,

बेटो की विपदा हरी,

मेरी मैया चलीं,

असुवन धारा बही ॥

पहले ध्यान श्री गणेश का, मोदक भोग लगाओ (Pehle Dhyan Shree Ganesh Ka Modak Bhog Lagao)

पहले ध्यान श्री गणेश का,
मोदक भोग लगाओ,

राधा के मन में, बस गए श्याम बिहारी(Radha Ke Man Mai Bas Gaye Kunj Bihari)

श्याम रंग में रंग गई राधा,
भूली सुध-बुध सारी रे,

षटतिला एकादशी पूजा विधि

हर साल माघ माह के कृष्ण पक्ष की एकादशी को षटतिला एकादशी व्रत रखा जाता है। इस साल ये व्रत 25 जनवरी, 2025 को रखा जाएगा । इस दिन सृष्टि के पालनकर्ता भगवान विष्णु की विधि-विधान से पूजा की जाती है।

झूले पलना में कृष्ण कन्हैया(Jhule Palna Mein Krishna Kanhaiya)

झूले पलना में कृष्ण कन्हैया,
बधाई बाजे गोकुल में,

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