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मेरी मैया जी कर दो नज़र(Meri Maiya Ji Kardo Nazar)

मेरी मैया जी कर दो नज़र,

ज़िन्दगी मेरी जाए संवर,

मेरी मईया जी कर दो नज़र ॥


तेरे द्वारे हूँ कबसे खड़ी,

हाथ फूलों की लेकर लड़ी,

आस दिल में है दीदार की,

मैं हूँ प्यासी तेरे प्यार की,

देख दामन ये खाली मेरा,

मेरी मईया जी कर दो नज़र,

ज़िन्दगी मेरी जाए संवर,

मेरी मईया जी कर दो नज़र ॥


है महामाया माँ तार दे,

शारदे शारदे शारदे,

चूम लूँ मैया तेरे चरण,

सारे दुख दर्द हो जा हरण,

बस इतनी कृपा करदे माँ,

तेरी चौखट ही हो मेरा घर,

मेरी मईया जी कर दो नज़र,

ज़िन्दगी मेरी जाए संवर,

मेरी मईया जी कर दो नज़र ॥


तेरे दर की पुजारन रहूं,

मैं सदा ही सुहागन रहूं,

तेरा सिंगार करके सदा,

मांग सिंदूर से मैं भरूं,

माँ की भक्ति में बेनाम की,

ज़िन्दगी सारी जाए गुज़र,

मेरी मईया जी कर दो नज़र,

ज़िन्दगी मेरी जाए संवर,

मेरी मईया जी कर दो नज़र ॥


मेरी मैया जी कर दो नज़र,

ज़िन्दगी मेरी जाए संवर,

मेरी मईया जी कर दो नज़र ॥

तारा है सारा जमाना, श्याम हम को भी तारो (Tara Hai Sara Zamana, Shyam Hamko Bhi Taro)

तारा है सारा जमाना,
श्याम हम को भी तारो ।

श्री शिवमहिम्न स्तोत्रम्

महिम्नः पारन्ते परमविदुषो यद्यसदृशी।
स्तुतिर्ब्रह्मादीनामपि तदवसन्नास्त्वयि गिरः॥

सामने आओगे या आज भी (Samne Aaoge Ya Aaj Bhi)

सामने आओगे या आज भी परदा होगा,
सामने आओंगे या आज भी परदा होगा,

मां अन्नपूर्णा को खुश करने के उपाय

धार्मिक मान्यता के अनुसार मार्गशीर्ष पूर्णिमा के दिन मां पार्वती माता अन्नपूर्णा के रूप पृथ्वी पर प्रकट हुई थीं। इसलिए हर साल मार्गशीर्ष माह की पूर्णिमा को अन्नपूर्णा जयंती मनाई जाती है।

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