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नैनो में नींद भर आई(Naino Mein Neend Bhar Aayi)

नैनो में नींद भर आई बिहारी जू के,

नैनो में नींद भर आई रमण बिहारी जू के

नैनो में नींद भर आई बिहारी जू के,

नैनो में नींद भर आई रमण बिहारी जू के


कौन बिहारी जू को दूध पिवावे,

कौन खिलावे मलाई बिहारी जू को,

नैनो में नींद भर आई


मैया यशोदा दूध पिवावे,

बाबा खिलावे मलाई बिहारी जू को,

नैनो में नींद भर आई


कौन बिहारी जू की सेज बिछावे,

कौन करे गुण गयी बिहारी जू के,

नैनो में नींद भर आई


ललिता विशाखा सेज बिछावे,

भक्ति करे गुण गयी बिहारी जू के,

नैनो में नींद भर आई

उगादी त्योहार क्यों मनाया जाता है

उगादि दक्षिण भारत में एक महत्वपूर्ण नववर्ष उत्सव होता है। "उगादि" शब्द संस्कृत के "युग" अर्थात् "युग की शुरुआत" और "आदि" अर्थात् "आरंभ" से मिलकर बना है, जिसका अर्थ होता है नए युग का आरंभ।

उड़ उड़ जा रे पंछी (Ud Ud Ja Re Panchhi )

उड़ उड़ जा रे पंछी,
मैया से कहियो रे,

भगवान शिव क्यों बने थे भिखारी

संसार के सभी जीव-जंतु जीवित रहने हेतु भोजन पर निर्भर रहते हैं। सनातन हिंदू धर्म में देवी अन्नपूर्णा को अन्न के भंडार और इसकी पूर्ति करने वाली देवी के रूप में पूजा जाता है। देवी अन्नपूर्णा की पूजा के पीछे एक पौराणिक कथा है।

जिन पर कृपा राम करे (Jin Par Kirpa Ram Kare)

राम नाम आधार जिन्हें,
वो जल में राह बनाते हैं,

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