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नमो नमो शिवाय(Namo Namo Shivaay)

नमो नमो जय, नमो शिवाय

नमो नमो जय, नमो शिवाय

कितने भोले मेरे शिव हैं

कितने भोले मेरे शिव हैं

करते हैं कमाल शंकर

नमो नमो जय, नमो शिवाय

नमो नमो, नमो शिवाय


चले थे शंकर कथा सुनाने

अमरनाथ का राज बताने

वंशरतन को त्याग के अपने

पार्वती को भेद बताने

कथा को सुनकर अमर हो गया

एक जोड़ा कबूतर का

आज भी उड़ते अमरनाथ में

रूप है गौरी-शंकर का


नमो नमो जय, नमो शिवाय

नमो नमो, नमो शिवाय


विस्तार कर दिया जो ले के शिवा ने

अमरनाथ की हवा पहाड़ी और गुफा में

दिव्य लोक की दिव्य दिशाएं

जपती रहतीं नमो शिवाय

मृत धरती पर आके* शिवा ने

कल्याण कर दिया हम सब का


नमो नमो जय, नमो शिवाय

नमो नमो, नमो शिवाय

जय शंकर महाराज !

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