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ओ मैया तेरी रहमतों ने, ये करिश्मा किया (O Maiya Teri Rehmaton Ne ye Karishma Kiya)

ओ मैया तेरी रहमतों ने,

ये करिश्मा किया,

छोटी पड़ गई झोली,

तूने इतना दिया ॥


अपना बनाया,

गले से लगाया,

दे दी हमें अपनी,

ममता की छाया,

ओ मैया बुझने दिया ना,

आस वाला दीया,

छोटी पड़ गई झोली,

तूने इतना दिया ॥


पुकारा तुझे हमने,

जब जिस घड़ी है,

माँ अपने भवनों से,

तू चल पड़ी है,

हमें लड़खड़ाने से,

पहले संभाला,

सदा माँ दुखो के,

भंवर से निकाला,

माँ तेरे हाथ में,

जब मेरा हाथ है,

छू ले मुझको कहाँ,

दुःख की औकात है,

ओ मैया तेरी दया का,

हमने अमृत पिया,

छोटी पड़ गई झोली,

तूने इतना दिया ॥


हाथ तेरा सदा माँ,

सर पे रहे,

सर हमेशा माँ तेरे,

दर पे रहे,

ओ मैया हर साँस हमने,

नाम तेरा लिया,

छोटी पड़ गई झोली,

तूने इतना दिया ॥


ओ मैया तेरी रहमतों ने,

ये करिश्मा किया,

छोटी पड़ गई झोली,

तूने इतना दिया ॥

माँ तू है अनमोल(Maa Tu Hai Anmol)

माँ तू है अनमोल,
जो जाने मेरे बोल,

षटतिला एकादशी: विष्णु और नारद प्रसंग

हिंदू धर्म में, यूं तो प्रत्येक एकादशी तिथि का विशेष महत्व है। पर षटतिला एकादशी उन सब में भी विशेष मानी जाती है। 2025 में, षटतिला एकादशी का व्रत 25 जनवरी को है। इस दिन पूजा और व्रत करने से साधक को मोक्ष प्राप्त होती है।

म्हारी झुँझन वाली माँ, पधारो कीर्तन में(Mhari Jhunjhan Wali Maa Padharo Kirtan Me)

म्हारी झुँझन वाली माँ,
पधारो कीर्तन में,

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