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रास कुन्जन में ठहरायो (Raas Kunjan Me Thahrayo)

रास कुन्जन में ठहरायो,

रास मधुबन में ठररायो,

सखियाँ जोवे बाँट,

साँवरो अब तक नहीं आयो

रास कुंजन में ठहरायो ॥


राधा सोच करे मन माहीं,

कोई बिलमायों,

कुण जाने, कितगयो सांवरो,

अब तक नहीं आयों ॥


रास कुन्जन में ठहरायो,

रास मधुबन में ठररायो,

सखियाँ जोवे बाँट,

साँवरो अब तक नहीं आयो

रास कुंजन में ठहरायो ॥


इतने में तो बाजी बांसुरी,

मधुबन धरणायो,

डाल-डाल और पात-पात पर,

श्याम नजर आयों ॥


रास कुन्जन में ठहरायो,

रास मधुबन में ठररायो,

सखियाँ जोवे बाँट,

साँवरो अब तक नहीं आयो

रास कुंजन में ठहरायो ॥


कोई ल्यायो लाल मंजीरा,

कोई डफ ल्यायों,

दे दे ताली नाची रे,

राधिका ऐसो रंग छायो ॥


रास कुन्जन में ठहरायो,

रास मधुबन में ठररायो,

सखियाँ जोवे बाँट,

साँवरो अब तक नहीं आयो

रास कुंजन में ठहरायो ॥


जो सुख को ब्रह्मा शिव तरसे,

गोपी जन पायो,

गोपी मण्डल ऊग्यारे चन्द्रमा,

वो भी शरमायो ॥


रास कुन्जन में ठहरायो,

रास मधुबन में ठररायो,

सखियाँ जोवे बाँट,

साँवरो अब तक नहीं आयो

रास कुंजन में ठहरायो ॥

परिश्रम करे कोई कितना भी लेकिन (Parishram Kare Koi Kitana Bhi Lekin)

परिश्रम करे कोई कितना भी लेकिन,
कृपा के बिना काम चलता नहीं है ।

सामने आओगे या आज भी (Samne Aaoge Ya Aaj Bhi)

सामने आओगे या आज भी परदा होगा,
सामने आओंगे या आज भी परदा होगा,

लट्ठमार होली कैसे खेली जाती है

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पौष पूर्णिमा उपाय

पूर्णिमा तिथि महीने में 1 बार आती है। इस तरह पूरे साल में कुल 12 पूर्णिमा तिथि होती है। इन्हीं पूर्णिमा तिथ्यों में से एक है पौष माह की पूर्णिमा। वैसे तो हर महीने की पूर्णिमा तिथि शुभ होती है, लेकिन इस साल पौष पूर्णिमा खास होने जा रही है।

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