नवीनतम लेख

रघुपति राघव राजाराम(Raghupati Raghav Raja Ram)

रघुपति राघव राजाराम

पतित पावन सीताराम ॥


सुंदर विग्रह मेघश्याम

गंगा तुलसी शालग्राम ॥


रघुपति राघव राजाराम

पतित पावन सीताराम ॥


भद्रगिरीश्वर सीताराम

भगत-जनप्रिय सीताराम ॥


रघुपति राघव राजाराम

पतित पावन सीताराम ॥


जानकीरमणा सीताराम

जयजय राघव सीताराम ॥


रघुपति राघव राजाराम

पतित पावन सीताराम ॥


रघुपति राघव राजाराम

पतित पावन सीताराम ॥

सब में कोई ना कोई दोष रहा (Sab Main Koi Na Koi Dosh Raha)

सब में कोई ना कोई दोष रहा ।
एक विधाता बस निर्दोष रहा ॥

इतनी विनती है तुमसे हे भोले मेरे(Itni Vinti Hai Tumse Hai Bhole Mere)

इतनी विनती है तुमसे हे भोले मेरे,
थाम के हाथ अब ना छुड़ा लेना तुम,

कहियो दर्शन दीन्हे हो, भीलनियों के राम (Kahiyo Darshan Dinhe Ho Bhilaniyo Ke Ram)

पंथ निहारत, डगर बहारथ,
होता सुबह से शाम,

कब है षटतिला एकादशी

विश्व के पालनहार भगवान विष्णु को समर्पित षटतिला एकादशी के व्रत का सनातन धर्म के लोगों के लिए विशेष महत्व है।