आईं महादेवी अवतार, भवानी मोरे अंगना में (Aayi Mahadevi Avtar, Bhawani More Angna Main)

आयी महादेवी अवतार,

भवानी मोरे अंगना में ॥

रहे निमंत्रण डार,

खेरे की खेड़ापति,

मोरे अंगना जाओ पधार ॥


लकी द्वार अर्जी करे,

महादेवी अवतार,

खेरे की खेड़ापति,

मोरे अंगना जाओ पधार ॥


आयी महादेवी अवतार,

भवानी मोरे अंगना में,

मोरे अंगना में तोरी मढिया में,

छाईं खुशियां अपरम्पार,

भवानी तोरी मढिया में,

आईं महादेवी अवतार,

भवानी मोरे अंगना में ॥


एक तरफ तू माता विराजे,

दूजे राम जानकी संग विराजे,

दो हमें अभय वरदान,

भवानी तोरी मढिया में,

छाईं खुशियां अपरम्पार,

भवानी तोरी मढिया में,

आईं महादेवी अवतार,

भवानी मोरे अंगना में ॥


पहरे वाली द्वार तुम्हारे,

बजरंगी करते जयकारे,

गाये लकी तेरे गुणगान,

भवानी तोरी मढिया में,

छाईं खुशियां अपरम्पार,

भवानी तोरी मढिया में,

आईं महादेवी अवतार,

भवानी मोरे अंगना में ॥


नवराते में बोए जवारे,

काली नाचे द्वार तुम्हारे,

करें भगत हैं जय जयकार,

भवानी तोरी मढिया में,

छाईं खुशियां अपरम्पार,

भवानी तोरी मढिया में,

आईं महादेवी अवतार,

भवानी मोरे अंगना में ॥


माता मेरी विनती सुनले,

हम भगतों के कष्टों को हरले,

सदा करूँ तेरा गुणगान,

भवानी तोरी मढिया में,

छाईं खुशियां अपरम्पार,

भवानी तोरी मढिया में,

आईं महादेवी अवतार,

भवानी मोरे अंगना में ॥


आईं महादेवी अवतार,

भवानी मोरे अंगना में,

मोरे अंगना में तोरी मढिया में,

छाईं खुशियां अपरम्पार,

भवानी तोरी मढिया में,

आईं महादेवी अवतार,

भवानी मोरे अंगना में ॥

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करदो करदो बेडा पार राधे अलबेली सरकार - भजन (Kardo Kardo Beda Paar Radhe Albeli Sarkar)

करदो करदो बेडा पार,
राधे अलबेली सरकार ।

रंग पंचमी का महत्व और मुहूर्त

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यशोदा जयंती व्रत यम-नियम

सनातन हिंदू धर्म में, यशोदा जयंती का दिन विशेष महत्व रखता है। इस दिन व्रत के साथ माता यशोदा और भगवान श्री कृष्ण के पूजन का भी विधान है। इस पर्व पर शुद्ध भाव से पूजा-पाठ, व्रत और सेवा करने से माता यशोदा और भगवान कृष्ण की कृपा प्राप्त होती है।

शनिवार व्रत कथा और महत्व

सनातन हिंदू धर्म में शनिदेव को न्याय का देवता माना गया है। शनिदेव को बहुत जल्दी क्रोध आता है, और इनके क्रोध से सभी बचने की कोशिश करते हैं। माना जाता है कि इनके क्रोध से व्यक्ति पर मुसीबतों का पहाड़ टूट पड़ता है।

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