आयो आयो रे शिवरात्रि त्योहार (Aayo Aayo Re Shivratri Tyohaar)

आयो आयो रे शिवरात्रि त्यौहार,

सारा जग लागे आज काशी हरिद्वार,

आयो आयो रे शिवरात्रि त्योहार ॥


धरती और गगन ने मिलके,

शब्द यही दोहराए,

ओम नमः शिवाय बोलो,

ओम नमः शिवाय,

चलो शिव धाम चलो,

चाहो अगर उद्धार,

आयो आयो रे शिवरात्रि त्योहार,

आयो आयो रे शिवरात्रि त्योहार ॥


शिवरात्रि के दिन श्रद्धा से,

शिव महिमा जो गाए,

अंत समय शिव भक्ति उसको,

मोक्ष की राह दिखाए,

आज के दिन सुनते,

शिव भक्तो की पुकार,

आयो आयो रे शिवरात्रि त्योहार,

आयो आयो रे शिवरात्रि त्योहार ॥


आयो आयो रे शिवरात्रि त्यौहार,

सारा जग लागे आज काशी हरिद्वार,

आयो आयो रे शिवरात्रि त्योहार ॥

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सूर्य चालीसा (Surya Chalisa)

कनक बदन कुंडल मकर, मुक्ता माला अंग। पद्मासन स्थित ध्याइए, शंख चक्र के संग।

नवंबर के शुभ मुहूर्त

देवशयनी एकादशी से लेकर देव उठनी एकादशी तक हिंदू धर्म में शुभ कार्य बंद रहते हैं। देव उठते ही सभी तरह के मंगल कार्य आरंभ हो जातें हैं।

होली आई रे होली आई रे(Holi Ae Re Holi Aae Re)

होली आई रे होली आई रे होली आई वृन्दावन खेले गोरी
भागन पे आयो है फागण महीना कभू प्रेम की होरी बईं न,

किशोरी कुछ ऐसा इंतजाम हो जाए (Kishori Kuch Aisa Intazam Ho Jaye)

किशोरी कुछ ऐसा इंतजाम हो जाए ।
किशोरी कुछ ऐसा इंतजाम हो जाए ।

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