ऐसा दरबार कहाँ, ऐसा दातार कहाँ (Aisa Darbar Kahan Aisa Datar Kaha)

ऐसा दरबार कहाँ,

ऐसा दातार कहाँ,

ढूंढी सारी ये दुनिया,

ऐसी सरकार कहाँ ॥


मुझे अपना बना के,

अहसान कर दिया है,

मुझको गले लगा के,

बाबा सारी दुनिया में,

तेरे जैसा प्यार कहाँ,

ढूंढी सारी ये दुनिया,

ऐसी सरकार कहाँ ॥


मेरी नजर के आगे,

हर काम हो रहा है,

तकलीफ मिट गई है,

आराम हो गया है,

बाबा सब काम करे,

यहाँ इनकार कहाँ,

ढूंढी सारी ये दुनिया,

ऐसी सरकार कहाँ ॥


सबकी है क्या जरुरत,

बस एक को मना लो,

भक्तो तुम अपना साथी,

भूतनाथ को बना लो,

और किसी की भी,

फिर दरकार कहाँ,

ढूंढी सारी ये दुनिया,

ऐसी सरकार कहाँ ॥


ऐसा दरबार कहाँ,

ऐसा दातार कहाँ,

ढूंढी सारी ये दुनिया,

ऐसी सरकार कहाँ ॥

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उत्पन्ना एकादशी का चालीसा

उत्पन्ना एकादशी सनातन धर्म में एक महत्वपूर्ण तिथि है, जो भगवान विष्णु की पूजा के लिए समर्पित है। वैसे तो हर माह में दो एकादशी आती है, लेकिन उत्पन्ना एकादशी का महत्व इसलिए बढ़ जाता है क्योंकि इस दिन मां एकादशी का जन्म हुआ था।

तेरी महिमा सभी ने बखानी(Teri Mahima Sabhi Ne Bakhani )

तेरी महिमा सभी ने बखानी,
दया हमपे करो अम्बे रानी ॥

शादी-विवाह पूजा विधि

विवाह एक पवित्र संस्कार, जो दो लोगों को 7 जन्मों के लिए बांधता है। यह न केवल दो व्यक्तियों का मिलन है, बल्कि दो परिवारों का भी मिलन है। इसे हिंदू संस्कृति में एक पवित्र अनुष्ठान माना गया है।

श्री राम तेरी महिमा से - भजन (Shri Ram Teri Mahima Se)

श्री राम तेरी महिमा से,
काम हो गया है,

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