भोले के नाम का प्याला पिएंगे: शिव भजन (Bhole Ke Naam Ka Pyala Piyege)

भोले के नाम का प्याला पिएंगे,

भोले के नाम का जप हम करेंगे,

मस्ती में झूमेंगे नाचे गाएंगे,

जब भी भोले मेरे डमरू बजायेंगे ॥


ओ दीवाने ओ मस्ताने,

भोले की ताक़त को तू ना जाने,

जो भी बने भोले के दीवाने,

दुनिया उसे साधु संतो में जाने,

भोले भोले मेरे भोले भोले मेरे,

भोले भोले मेरे भोले भोले ॥


माथे अर्ध चन्द्रमा साजे,

जिसके गले में नाग बिराजे,

भूत प्रेत हो या कोई भी शक्ति,

कुछ भी नहीं है मेरे भोले के आगे,

भोले भोले मेरे भोले भोले मेरे,

भोले भोले मेरे भोले भोले ॥


जो धरती अम्बर को हिला दे,

जिसका जूनून समंदर उछाले,

जिसका त्रिशूल है इतना भयंकर,

अच्छे अच्छो के इसने प्राण निकाले,

भोले भोले मेरे भोले भोले मेरे,

भोले भोले मेरे भोले भोले ॥

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आमलकी एकादशी पर आंवल के उपाय

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बजरंग के आते आते कही भोर हो न जाये रे (Bajrang Ke Aate 2 Kahin Bhor Ho Na Jaye Re)

बजरंग के आते आते,
कही भोर हो न जाये रे,

पौष पूर्णिमा व्रत कथा

पूर्णिमा यानी शुक्ल पक्ष का 15वां दिन। यह महीने में 1 बार आती है। इस तरह पूरे साल में कुल 12 पूर्णिमा तिथि होती है। इस साल 2025 पौष पूर्णिमा 13 जनवरी को है। पौष पूर्णिमा पर स्नान व दान करने से शुभ फलों की प्राप्ति होती है।

भस्मी लगाएं बाबा, उज्जैन के वो राजा (Bhasmi Lagaye Baba Ujjain Ke Vo Raja)

कालो के काल है,
मृत्यु के है वो राजा,

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