बिगड़ी मेरी बना जा, ओ शेरोवाली माँ (Bigdi Meri Bana Ja O Sheronwali Maa)

बिगड़ी मेरी बना जा,

ओ शेरोवाली माँ,

शेरोवाली माँ जोतावाली माँ,

पहाडोंवाली माँ झंडेयावाली माँ,

एक बार तू आजा ओ मेहरोवाली माँ,

बिगडी मेरी बना जा,

ओ शेरोवाली माँ ॥


बागों से कलियाँ चुन चुन,

तेरा सुन्दर भवन सजाऊँ,

तारों जड़ी चुनरिया,

जयपुर से मैं तो लाऊँ,

अपनी झलक दिखा जा,

ओ शेरोवाली माँ,

बिगडी मेरी बना जा,

ओ शेरोवाली माँ ॥


पान सुपारी ध्वजा नारियल,

तेरी भेंट चढ़ाऊँ,

हलवा छोले पूरी,

तेरा भोग मैं बनाऊं,

आकर भोग लगा जा,

ओ शेरोवाली माँ,

बिगडी मेरी बना जा,

ओ शेरोवाली माँ ॥


‘चोखानी’ को तुम्हारी,

ममता की प्यास बाकी,

‘टोनी’ को अम्बे रानी,

इतनी सी आस बाकी,

आकर गले लगा जा,

ओ शेरोवाली माँ,

बिगडी मेरी बना जा,

ओ शेरोवाली माँ ॥


बिगड़ी मेरी बना जा,

ओ शेरोवाली माँ,

शेरोवाली माँ जोतावाली माँ,

पहाडोंवाली माँ झंडेयावाली माँ,

एक बार तू आजा ओ मेहरोवाली माँ,

बिगडी मेरी बना जा,

ओ शेरोवाली माँ ॥


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मैं बेटा हूँ महाकाल का - भजन (Main Beta Hun Mahakal Ka)

दीवाना हूँ महाकाल का, उज्जैन के सरकार का,

बसंत पंचमी के दिन क्या करें, क्या नहीं

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कला साधना पूजा विधि

कला को साधना कहा जाता है , क्योंकि यह केवल मनोरंजन नहीं बल्कि आत्मा की एक गहरी यात्रा होती है। चाहे वह संगीत, नृत्य, चित्रकला, मूर्तिकला, नाटक या किसी अन्य रूप में हो।

स्वागतं कृष्णा शरणागतं कृष्णा - भजन (Swagatam Krishna Sharanagatam Krishna)

स्वागतं कृष्णा शरणागतं कृष्णा,
स्वागतं सुस्वागतं शरणागतं कृष्णा,

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