तुमको तुम्हारे बेटे पुकारे (Tumko Tumhare Bete Pukare)

तुमको तुम्हारे बेटे पुकारे,

आ जाओ मैया घर में हमारे ॥


बेटे तुम्हारे लाखों है मैया,

किसी का महल है,

किसी की है कुटिया,

तुम्हे एक जैसे,

लगते है सारे,

आ जाओ मैया घर में हमारे ॥


ना हिरे ना मोती ना,

जवाहरात है माँ,

ना ही अमीरों की,

यहाँ ठाठ है माँ,

मगर तेरा मंदिर है,

दिल में हमारे,

आ जाओ मैया घर में हमारे ॥


दिन रात तेरी,

सेवा करेंगे,

बिठाकर के पलकों में,

तुमको रखेंगे,

‘सोनू’ तुम्हारी बाट निहारें,

आ जाओ मैया घर में हमारे ॥


तुमको तुम्हारे बेटे पुकारे,

आ जाओ मैया घर में हमारे ॥

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प्रदोष व्रत क्यों रखा जाता है?

हिंदू धर्म में प्रदोष व्रत का विशेष महत्व है। दरअसल, यह व्रत देवाधिदेव महादेव शिव को ही समर्पित है। प्रदोष व्रत हर माह में दो बार, शुक्ल और कृष्ण पक्ष की त्रयोदशी तिथि को किया जाता है।

ब्रह्मा चालीसा (Brahma Chalisa)

जय जय कमलासान जगमूला, रहहू सदा जनपै अनुकूला ।

खेले मसाने में होरी, दिगम्बर(Khele Masane Mein Holi Digambar)

खेले मसाने में होरी,
दिगम्बर,

श्री शनिवार व्रत कथा

एक समय समस्त प्राणियों का हित चाहने वाले मुनियों ने नैमिषारण्य बन में एक सभा की उस समय व्यास जी के शिष्य सूत जी शिष्यों के साथ श्रीहरि का स्मरण करते हुए वहाँ पर आये।

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