तेरी तुलना किससे करूं माँ(Teri Tulna Kisse Karu Maa)

तेरी तुलना किससे करूँ माँ,

तेरी तुलना किससे करूं माँ,

तुमसा और ना कोई,

जब जब टुटा मेरा खिलौना,

मुझसे पहले तू रोई,

तेरी तुलना किससे करूं माँ,

तुमसा और ना कोई ॥


मेरे हँसने पर हँसती है,

रोने पर रोती है,

फिर भी मैं ये समझ ना पाया,

माँ कैसी होती है,

मैं खोया इस जग के सुख में,

माँ मेरे ख्याल में खोई,

जब जब टुटा मेरा खिलौना,

जब जब टुटा मेरा खिलौना,

मुझसे पहले माँ रोई,

तेरी तुलना किससे करूं माँ,

तुमसा और ना कोई ॥


मिल जाएगा दुनिया का सुख,

सपनो में जो प्यारा,

पा लूँगा मैं सबकुछ यहाँ पर,

माँ ना मिलेगी दौबारा,

आँखों के हर इक आंसू से,

साँसे माँ ने संजोई,

जब जब टुटा मेरा खिलौना,

जब जब टुटा मेरा खिलौना,

मुझसे पहले माँ रोई,

तेरी तुलना किससे करूं माँ,

तुमसा और ना कोई ॥


जैसे अँधेरे में रहकर,

करता दीप उजाला,

ऐसे बेधड़क तुझको माँ की

ममता ने है पाला,

जबतक सोया मैं ना चैन से,

तबतक माँ नहीं सोई,

जब जब टुटा मेरा खिलौना,

जब जब टुटा मेरा खिलौना,

मुझसे पहले माँ रोई,

तेरी तुलना किससे करूं माँ,

तुमसा और ना कोई ॥


तेरी तुलना किससे करूं माँ,

तेरी तुलना किससे करूं माँ,

तुमसा और ना कोई,

जब जब टुटा मेरा खिलौना,

मुझसे पहले तू रोई,

तेरी तुलना किससे करूँ माँ,

तुमसा और ना कोई ॥

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दरश एक बार दिखाना रे, शिव शंकर डमरू वाले(Darsh Ek Bar Dikhana Re Shiv Shankar Damru Wale)

दरस एक बार दिखाना रे,
शिव शंकर डमरू वाले ॥

गुरु पूर्णिमा की पूजा विधि

सनातन धर्म में गुरु ही हमें सही और गलत की समझ देते हैं और अच्छे-बुरे का अंतर सिखाते हैं। गुरुओं की महत्ता हमारी संस्कृति में सदियों से रही है। यहां तक कि गुरु को भगवान से भी ऊँचा दर्जा प्राप्त है।

मेरी बालाजी सुनेंगे फरियाद(Meri Balaji Sunenge Fariyad)

मेरी बालाजी सुनेंगे फरियाद,
बालाजी ज़रूर सुनेंगे,

मोरी मैय्या की चूनर उड़ी जाए

धीरे चलो री, पवन धीरे - धीरे चलो री।
धीरे चलो री पुरवइया।

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