ऊँचे ऊँचे पर्वत पे, शारदा माँ का डेरा है (Unche Unche Parvat Pe Sharda Maa Ka Dera Hai)

ऊँचे ऊँचे पर्वत पे,

शारदा माँ का डेरा है,

मतलब की दुनिया में,

सच्चा प्रेम तेरा है,

ऊंचे ऊंचे पर्वत पे,

मैया का बसेरा है,

मतलब की दुनिया में,

सच्चा प्रेम तेरा है ॥


अपनी सारी जिंदगी,

हमने तेरे नाम कर दी,

खुशियां या गम देना,

अम्बे माँ तेरी मर्जी,

तू जो चाहे होवे शाम,

चाहे तो सवेरा है,

मतलब की दुनिया में,

सच्चा प्रेम तेरा है ॥


सूरत नैनो में बसा,

अखियां में बंद कर लूँ,

देवी मैया तुझसे,

बातें मैं चंद कर लूँ,

देखूं तुझे जी भर के,

यही ख्वाब मेरा है,

मतलब की दुनिया में,

सच्चा प्रेम तेरा है ॥


रोते रोते जो आते,

मुस्कान ले जाते है,

खोया जो जीवन में,

सुख सारे पाते है,

कटे तेरी कृपा से माँ,

दुखो का ये घेरा है,

मतलब की दुनिया में,

सच्चा प्रेम तेरा है ॥


ऊँचे ऊँचे पर्वत पे,

शारदा माँ का डेरा है,

मतलब की दुनिया में,

सच्चा प्रेम तेरा है,

ऊंचे ऊंचे पर्वत पे,

मैया का बसेरा है,

मतलब की दुनिया में,

सच्चा प्रेम तेरा है ॥

........................................................................................................
यशोदा जयंती पूजा विधि

सनातन हिंदू धर्म में, यशोदा जयंती, माता यशोदा के जन्मदिन के रूप में मनाई जाती है। माता यशोदा को भगवान श्रीकृष्ण की माता के रूप में माना जाता है।

कुंभ संक्रांति पूजा-विधि और नियम

जिस तरह सूर्यदेव के मकर राशि में प्रवेश से मकर संक्रांति मनाई जाती है। उसी तरह जिस दिन सूर्यदेव कुंभ राशि में प्रवेश कर सकते हैं, वह दिन कुंभ संक्रांति के नाम से जाना जाता है।

है हारें का सहारा श्याम (Hai Haare Ka Sahara Shyam)

है हारे का सहारा श्याम,
लखदातार है तू ॥

मां दुर्गा की पूजा इस विधि से करें

मां दुर्गा का रूप शक्ति और वीरता का प्रतीक है। वे राक्षसों और असुरों से संसार को बचाने वाली देवी हैं। उनकी पूजा से व्यक्ति को मानसिक, शारीरिक और आत्मिक बल मिलता है।

डिसक्लेमर

'इस लेख में दी गई जानकारी/सामग्री/गणना की प्रामाणिकता या विश्वसनीयता की गारंटी नहीं है। सूचना के विभिन्न माध्यमों/ज्योतिषियों/पंचांग/प्रवचनों/धार्मिक मान्यताओं/धर्मग्रंथों से संकलित करके यह सूचना आप तक प्रेषित की गई हैं। हमारा उद्देश्य सिर्फ सूचना पहुंचाना है, पाठक या उपयोगकर्ता इसे सिर्फ सूचना समझकर ही लें। इसके अतिरिक्त इसके किसी भी तरह से उपयोग की जिम्मेदारी स्वयं उपयोगकर्ता या पाठक की ही होगी।

यह भी जाने