दया करो हे दयालु गणपति (Daya Karo Hey Dayalu Ganpati)

शरण में आये है हम तुम्हारी,

दया करो हे दयालु गणपति,

सम्भालो बिगड़ी दशा हमारी,

दया करों हे दयालु गणपति ॥


ना हम में बल है ना हम में शक्ति,

ना हम में साधन ना हम में भक्ति,

तुम्हारे दर के है हम भिखारी,

दया करों हे दयालु गणपति,

शरण में आये है हम तुम्हारी,

दया करों हे दयालु गणपति ॥


जो तुम पिता हो तो हम है बालक,

जो तुम हो स्वामी तो हम है सेवक,

जो तुम हो ठाकुर तो हम पुजारी,

दया करों हे दयालु गणपति,

शरण में आये है हम तुम्हारी,

दया करों हे दयालु गणपति ॥


भले जो है हम तो है तुम्हारे,

बुरे जो है हम तो है तुम्हारे,

तुम्हारे हो कर भी हम दुखारी,

दया करों हे दयालु गणपति,

शरण में आये है हम तुम्हारी,

दया करों हे दयालु गणपति ॥


शरण में आये है हम तुम्हारी,

दया करो हे दयालु गणपति,

सम्भालो बिगड़ी दशा हमारी,

दया करों हे दयालु गणपति ॥

........................................................................................................
माँ की लाल रे चुनरिया, देखो लहर लहर लहराए(Maa Ki Laal Re Chunariya Dekho Lahar Lahar Lehraye)

माँ की लाल रे चुनरिया,
देखो लहर लहर लहराए,

लक्ष्मी पंचमी पर करें लक्ष्मी स्तोत्र का पाठ

लक्ष्मी पंचमी का त्योहार मां लक्ष्मी की कृपा प्राप्त करने के लिए अत्यंत शुभ माना जाता है। इस दिन विशेष रूप से लक्ष्मी स्तोत्र का पाठ करने से जीवन में सुख-समृद्धि और सौभाग्य की प्राप्ति होती है।

सन्तान सप्तमी व्रत कथा (Santana Saptami Vrat Katha)

सन्तान सप्तमी व्रत कथा (यह भाद्रपद मास के शुक्ल पक्ष की सप्तमी को किया जाता है।) एक दिन महाराज युधिष्ठिर ने भगवान् से कहा कि हे प्रभो!

शुक्रवार को किन मंत्रों का जाप करें?

ज्योतिष शास्त्र के अनुसार शुक्रवार का दिन सुख, समृद्धि और वैभव के प्रतीक शुक्र देव की उपासना के लिए शुभ माना जाता है। इस दिन मां लक्ष्मी की विशेष पूजा-अर्चना करने से धन और सुख-संपत्ति में वृद्धि होती है।

डिसक्लेमर

'इस लेख में दी गई जानकारी/सामग्री/गणना की प्रामाणिकता या विश्वसनीयता की गारंटी नहीं है। सूचना के विभिन्न माध्यमों/ज्योतिषियों/पंचांग/प्रवचनों/धार्मिक मान्यताओं/धर्मग्रंथों से संकलित करके यह सूचना आप तक प्रेषित की गई हैं। हमारा उद्देश्य सिर्फ सूचना पहुंचाना है, पाठक या उपयोगकर्ता इसे सिर्फ सूचना समझकर ही लें। इसके अतिरिक्त इसके किसी भी तरह से उपयोग की जिम्मेदारी स्वयं उपयोगकर्ता या पाठक की ही होगी।

यह भी जाने