गजानन आ जाओ एक बार (Gajanan Aa Jao Ek Baar )

गजानन आ जाओ एक बार,

सभा में तुम्हें बुलाते है ॥

सबसे पहले हो तेरी पूजा,

फिर काम बने बाबा दुजा,

हो तेरी पूजा हो हर बार,

सभा में तुम्हें बुलाते है ॥


देवो में देव निराला,

तू माँ गोरा का लाला,

तेरी महिमा अपरम्पार,

सभा में तुम्हें बुलाते है ॥


मैंने तेरा ध्यान लगाया,

तेरा रूप मेरे मन भाया,

करो ख़ुशियों की बौछार,

सभा में तुम्हें बुलाते है ॥


यो अमरहेड़ी त आव,

आनन्द तेरी महिमा गाव,

सबका करदो बेड़ा पर,

सभा में तुम्हें बुलाते है ॥


गजानन आ जाओ एक बार,

सभा में तुम्हें बुलाते है ॥

........................................................................................................
मार्गशीर्ष पूर्णिमा पर करें चालीसा पाठ

मार्गशीर्ष पूर्णिमा इस वर्ष 15 दिसंबर को मनाई जा रही है। यह पर्व हिन्दू धर्म में लक्ष्मीनारायण की पूजा का एक पवित्र और शुभ अवसर है।

गुरुवायुर एकादशी मंदिर की पौराणिक कथा

"दक्षिण का स्वर्ग" कहे जाने वाले अतिसुन्दर राज्य केरल में गुरुवायुर एकादशी का पर्व पूरी आस्था के साथ मनाया जाता है। यह पर्व गुरुवायुर कृष्ण मंदिर में विशेष रूप से मनाया जाता है, जो भगवान श्रीकृष्ण को समर्पित है।

तेरा जग है करें गुणगान, गजानन लम्बोदर(Tera Jag Hai Kare Gunagaan Gajaanan Lambodar)

तेरा जग है करे गुणगान,
गजानन लम्बोदर,

मेरी झोली छोटी पड़ गयी रे(Meri Jholi Chhoti Padgayi Re Itna Diya Meri Mata)

मेरी झोली छोटी पड़ गयी रे,
इतना दिया मेरी माता।

डिसक्लेमर

'इस लेख में दी गई जानकारी/सामग्री/गणना की प्रामाणिकता या विश्वसनीयता की गारंटी नहीं है। सूचना के विभिन्न माध्यमों/ज्योतिषियों/पंचांग/प्रवचनों/धार्मिक मान्यताओं/धर्मग्रंथों से संकलित करके यह सूचना आप तक प्रेषित की गई हैं। हमारा उद्देश्य सिर्फ सूचना पहुंचाना है, पाठक या उपयोगकर्ता इसे सिर्फ सूचना समझकर ही लें। इसके अतिरिक्त इसके किसी भी तरह से उपयोग की जिम्मेदारी स्वयं उपयोगकर्ता या पाठक की ही होगी।

यह भी जाने