गणपति के चरणो में, ध्यान लगा ले रे (Ganpati Ke Charno Mein Dhyan Laga Le Re)

गणपति के चरणों में,

ध्यान लगा ले रे,

रिद्धि और सिद्धि,

तुझे सब मिल जाए रे,

गणपति के चरणो में,

ध्यान लगा ले रे ॥


प्रथम पूज्य तुम हो देवा,

करूँ नित्य तेरी सेवा,

मोदक भोग लगाना है,

बप्पा तुम्हे मनाना है,

नाचे और झूमे,

और तुम्हे मनाए रे,

गणपति के चरणो में,

ध्यान लगा ले रे ॥


उत्सव तेरा मनाना है,

अपने घर में लाना है,

फूलो और कलियों से,

मंदिर तेरा सजाना है,

ढोलक और छेणा,

मृदंग बजाए रे,

गणपति के चरणो में,

ध्यान लगा ले रे ॥


गौरा माँ के प्यारे है,

शिव के राज दुलारे है,

इस कलयुग में भक्तो के,

ये ही सच्चे सहारे है,

भव में हो नैया,

यही पार लगाए रे,

गणपति के चरणो में,

ध्यान लगा ले रे ॥


इनकी शरण में आओगे,

सुख सम्रद्धि पाओगे,

भव सागर से तरना है,

इनका दर्शन करना है,

ज़िन्दगी में तेरे,

खुशियाँ भर जाए रे,

गणपति के चरणो में,

ध्यान लगा ले रे ॥


गणपति के चरणों में,

ध्यान लगा ले रे,

रिद्धि और सिद्धि,

तुझे सब मिल जाए रे,

गणपति के चरणो में,

ध्यान लगा ले रे ॥

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तूने सिर पे धरा जो मेरे हाथ के अब तेरा साथ नहीं छूटे (Tune Sir Pe Dhara Jo Mere Hath Ke Ab Tera Sath Nahi Chute)

तूने सिर पे धरा जो मेरे हाथ,
के अब तेरा साथ नहीं छूटे,

भोले शंकर तेरे दर्शन को (Bhole Shankar Tere Darshan Ko)

भोले शंकर तेरे दर्शन को,
लाखों कावड़ियाँ आए रे,

कांच ही बांस के बहंगिया (Kaanch Hi Baans Ke Bahangiya)

कांच ही बांस के बहंगिया,
बहंगी लचकति जाए।

चैत्र मास में करें ये उपाय

चैत्र माह की शुरुआत 15 मार्च से हो रही है। यह हिंदू पंचांग का पहला महीना है, जिसका धार्मिक और आध्यात्मिक रूप से बहुत महत्व है। इस मास में की गई पूजा, व्रत और दान-पुण्य का प्रभाव संपूर्ण वर्ष पर पड़ता है। इसके अलावा मान्यता है कि इस माह में कुछ विशेष उपाय करने से जीवन में सुख-समृद्धि, शांति और सफलता प्राप्त होती है।

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