Gauri Ke Nanda Gajanand Gauri Ke Nanda Lyrics (गौरी के नंदा गजानन, गौरी के नन्दा)

गजानंद आनंद करो,

दो सुख सम्पति में शीश,

दुश्मन को सज्जन करो,

निवत जिमावा खीर ।


सदा भवानी दाहिनी,

सनमुख रहत गणेश,

पाँच देव रक्षा करे,

ब्रम्हा विष्णु महेश।


विघ्न हरण मंगल करण,

गणनायक गणराज,

रिद्धि सिद्धि सहित पधारजो,

म्हारा पूरण कर जो काज ॥


॥ भजन ॥

गौरी के नंदा गजानन,

गौरी के नन्दा,

म्हने बुद्धि दीजो गणराज गजानन,

गौरी के नन्दा ॥


पिता तुम्हारे है शिव शंकर,

मस्तक पर चँदा,

माता तुम्हारी पार्वती,

ध्यावे जगत बन्दा,

म्हारा विघ्न हरो गणराज गजानन,

गौरी के नंदा ॥


मूसक वाहन दुंद दुन्दाला,

फरसा हाथ लेनदा,

गल वैजंती माल विराजे,

चढ़े पुष्प गंधा,

म्हने बुद्धि दीजो गणराज गजानन,

गौरी के नंदा ॥


जो नर तुमको नहीं सुमरता,

उसका भाग्य मंदा,

जो नर थारी करे सेवना,

चले रिजक धंधा,

म्हारा विघ्न हरो गणराज गजानन,

गौरी के नंदा ॥


विघ्न हरण मंगल करण,

विद्या वर देणदा,

कहता कल्लू राम भजन से,

कटे पाप फंदा,

म्हने बुद्धि दीजो गणराज गजानन,

गौरी के नंदा ॥


गौरी के नंदा गजानन,

गौरी के नन्दा ,

म्हने बुद्धि दीजो गणराज गजानन,

गौरी के नन्दा ॥

........................................................................................................
शिवलिंग पर रुद्राक्ष चढ़ाने के लाभ

महाशिवरात्रि इस साल बुधवार, 26 फरवरी 2025, के दिन मनाया जाएगा। इस दिन भगवान शिव की पूजा का विशेष विधान है। इस दिन शिवलिंग पर भिन्न-भिन्न प्रकार की वस्तुएं अर्पित की जाती हैं। इन्हीं में से एक है रुद्राक्ष।

कहन लागे मोहन मैया मैया (Kahan Lage Mohan Maiya Maiya)

कहन लागे मोहन मैया मैया,
पिता नंद महर सों बाबा बाबा,

उलझ मत दिल बहारो में (Ulajh Mat Dil Baharo Men)

उलझ मत दिल बहारो में,
बहारो का भरोसा क्या,

केवट राम का भक्त है(Kevat Ram Ka Bhakt Hai)

केवट राम का भक्त है
दोनों चरणों को धोना पड़ेगा,

डिसक्लेमर

'इस लेख में दी गई जानकारी/सामग्री/गणना की प्रामाणिकता या विश्वसनीयता की गारंटी नहीं है। सूचना के विभिन्न माध्यमों/ज्योतिषियों/पंचांग/प्रवचनों/धार्मिक मान्यताओं/धर्मग्रंथों से संकलित करके यह सूचना आप तक प्रेषित की गई हैं। हमारा उद्देश्य सिर्फ सूचना पहुंचाना है, पाठक या उपयोगकर्ता इसे सिर्फ सूचना समझकर ही लें। इसके अतिरिक्त इसके किसी भी तरह से उपयोग की जिम्मेदारी स्वयं उपयोगकर्ता या पाठक की ही होगी।

यह भी जाने