भजन श्याम सुंदर का जो करते रहोगे (Bhajan Shyam Sundar Ka Jo Karte Rahoge)

भजन श्याम सुंदर का जो करते रहोगे,

तो संसार सागर तरते रहोगे ।

भजन श्याम सुंदर का जो करते रहोगे,

तो संसार सागर तरते रहोगे ।


किरपा नाथ बेशक मिलेंगे किसी दिन,

जो सतसंग से पथ से गुजरते रहोगे,

तो संसार सागर तरते रहोगे ।


भजन श्याम सुंदर का जो करते रहोगे,

तो संसार सागर तरते रहोगे ।


ना होगा कभी कष्ट मन को तुम्हारें,

जो अपनी बड़ाई से डरते रहोगे,

तो संसार सागर तरते रहोगे ।


भजन श्याम सुंदर का जो करते रहोगे,

तो संसार सागर तरते रहोगे ।


चडो गे हिरदये में सभी के सदा तुम,

जो अभिमान गिर से उतर ते रहोगे,

तो संसार सागर तरते रहोगे ।


भजन श्याम सुंदर का जो करते रहोगे,

तो संसार सागर तरते रहोगे ।


छलक ही पड़ेगा दया सिन्दू काबिल,

जो दगी बिंदु से रोज भरते रहोगे,

तो संसार सागर तरते रहोगे ।


भजन श्याम सुंदर का जो करते रहोगे,

तो संसार सागर तरते रहोगे ।


भजन श्याम सुंदर का जो करते रहोगे,

तो संसार सागर तरते रहोगे ।

भजन श्याम सुंदर का जो करते रहोगे,

तो संसार सागर तरते रहोगे ।

........................................................................................................
संसार के लोगों से आशा ना किया करना(Sansar Ke Logon Se Asha Na Kiya Karna)

संसार के लोगों से आशा ना किया करना,
जब कोई ना हो अपना,

कब है जया एकादशी?

सनातन धर्म में एक साल में कुल 24 एकादशी आती है। इनमें से माघ माह के शुक्ल पक्ष की एकादशी तिथि को जया एकादशी मनाई जाती है। सनातन धर्म में एकादशी तिथि भगवान विष्णु को समर्पित होता है।

राम मन्दिर भजन - राम मन्दिर गीतम् (Ram Mandir Geetam)

राममन्दिरगीतम्
कोटिकण्ठगीतमिदं राष्ट्रमन्दिरं

खरमास की कथा

सनातन धर्म में खरमास को विशेष महत्व बताया गया है। यह एक ऐसा समय होता है जब सूर्य देव धनु या मीन राशि में रहते हैं जिसमें मांगलिक कार्य पर रोक रहती है। इस साल खरमास रविवार, 15 दिसंबर 2024 से शुरू हो रहा है जो 14 जनवरी, 2025 को समाप्त होगा।

डिसक्लेमर

'इस लेख में दी गई जानकारी/सामग्री/गणना की प्रामाणिकता या विश्वसनीयता की गारंटी नहीं है। सूचना के विभिन्न माध्यमों/ज्योतिषियों/पंचांग/प्रवचनों/धार्मिक मान्यताओं/धर्मग्रंथों से संकलित करके यह सूचना आप तक प्रेषित की गई हैं। हमारा उद्देश्य सिर्फ सूचना पहुंचाना है, पाठक या उपयोगकर्ता इसे सिर्फ सूचना समझकर ही लें। इसके अतिरिक्त इसके किसी भी तरह से उपयोग की जिम्मेदारी स्वयं उपयोगकर्ता या पाठक की ही होगी।

यह भी जाने