हे शम्भू बाबा मेरे भोले नाथ(Hey Shambhu Baba Mere Bhole Nath)

शिव नाम से है,

जगत में उजाला ।

हरी भक्तो के है,

मन में शिवाला ॥


हे शम्भू बाबा मेरे भोले नाथ,

तीनो लोक में तू ही तू ।

श्रद्धा सुमन मेरा,

मन बेलपत्री,

जीवन भी अर्पण कर दूँ ॥


जग का स्वामी है तू,

अंतरयामी है तू,

मेरे जीवन की,

अनमिट कहानी है तू ।

तेरी शक्ति अपार,

तेरा पावन है द्वार,

तेरी पूजा ही,

मेरा जीवन आधार ।

धुल तेरे चरणों की ले कर,

जीवन को साकार किया ॥

॥ हे शम्भू बाबा...॥


मन में है कामना,

कुछ मैं और जानू ना,

ज़िन्दगी भर करू,

तेरी आराधना।

सुख की पहचान दे,

तू मुझे ज्ञान दे,

प्रेम सब से करूँ,

ऐसा वरदान दे ।

तुने दिया बल निर्बल को,

अज्ञानी को ज्ञान दिया ॥

॥ हे शम्भू बाबा...॥


हे शम्भू बाबा मेरे भोले नाथ,

तीनो लोक में तू ही तू।

श्रद्धा सुमन मेरा,

मन बेलपत्री,

जीवन भी अर्पण कर दूँ॥

........................................................................................................
शिवजी को काल भैरव क्यों कहते हैं

मध्य प्रदेश के उज्जैन शहर में क्षिप्रा नदी के तट पर भगवान शिव महाकाल के रूप में विराजमान हैं। बारह ज्योतिर्लिंगों में यह तीसरे स्थान पर आता है। उज्जैन में स्थित यह ज्योतिर्लिंग देश का एकमात्र शिवलिंग है जो दक्षिणमुखी है। मंदिर से कई प्राचीन परंपराएं जुड़ी हुई हैं।

जबसे बरसाने में आई, मैं बड़ी मस्ती में हूँ(Jab Se Barsane Me Aayi Main Badi Masti Me Hun)

जबसे बरसाने में आई,
मैं बड़ी मस्ती में हूँ,

डिसक्लेमर

'इस लेख में दी गई जानकारी/सामग्री/गणना की प्रामाणिकता या विश्वसनीयता की गारंटी नहीं है। सूचना के विभिन्न माध्यमों/ज्योतिषियों/पंचांग/प्रवचनों/धार्मिक मान्यताओं/धर्मग्रंथों से संकलित करके यह सूचना आप तक प्रेषित की गई हैं। हमारा उद्देश्य सिर्फ सूचना पहुंचाना है, पाठक या उपयोगकर्ता इसे सिर्फ सूचना समझकर ही लें। इसके अतिरिक्त इसके किसी भी तरह से उपयोग की जिम्मेदारी स्वयं उपयोगकर्ता या पाठक की ही होगी।

यह भी जाने