जय श्री राम राजा राम (Jai Shri Ram Raja Ram)

तेरे ही भरोसे हैं हम

तेरे ही सहारे

दुविधा की घड़ी में ये मन

तुझको ही पुकारे


तेरे ही बल से है बल हमारा

तू ही करेगा मंगल हमारा

मंत्रों से बढ़के तेरा नाम


जय श्री राम, जय श्री राम

जय श्री राम, राजा राम

जय श्री राम, जय श्री राम

जय श्री राम, राजा राम


जय श्री राम, जय श्री राम

जय श्री राम, राजा राम

जय श्री राम, जय श्री राम

जय श्री राम, राजा राम


ठथरराये धरा जो

धनुष लेके आता है तू

या रे ओ


जो असंभव को संभव करे

वो विधाता है तू

या रे ओ


सूर्यवंशी जन्म से ओ ओ

और राजा धर्म से ओ ओ

जो लड़े सारे दम से

वो तेज तुझमे भरा


वज्र चट्टी पे रोके ओ ओ

वो समुंदरों को सोखे ओ ओ

जो रहे तेरा होके

होके रहे जो तेरा


तेरे ही बल से है बल हमारा

विश्वास तुझपे अविचल हमारा

तुझसे भी बढ़के तेरा नाम


जय श्री राम, जय श्री राम

जय श्री राम, राजा राम

जय श्री राम, जय श्री राम

जय श्री राम, राजा राम


जय श्री राम, जय श्री राम

जय श्री राम, राजा राम

जय श्री राम, जय श्री राम

जय श्री राम, राजा राम

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मत्स्य द्वादशी कब है

भगवान विष्णु के 24 अवतारों में से एक मत्स्य अवतार की जयंती के रूप में मनाया जाने वाला मत्स्य द्वादशी पर्व इस साल दिसंबर में मनाया जाएगा। यह पर्व मार्गशीर्ष मास के शुक्ल पक्ष की द्वादशी तिथि को मनाया जाता है ।

आजा माँ तेनु अखियां उडीकदीयां (Aja Maa Tenu Ankhiyan Udeekdiyan)

आजा माँ तेनु अखियां उडीकदीयां।
अखियां उडीकदीयां, दिल वाजा मारदा॥

मकर संक्रांति के 5 विशेष मंत्र

हिंदू धर्म में, सूर्यदेव के राशि परिवर्तन करने की तिथि पर संक्रांति मनाई जाती है। सूर्य देव 14 जनवरी को राशि परिवर्तन करेंगे। इस शुभ अवसर पर मकर संक्रांति पूरे देश में धूम-धाम से मनाई जाएगी।

माघ गुप्त नवरात्रि कवच पाठ

हिंदू धर्म में नवरात्रि का त्योहार देवी माँ के विभिन्न रूपों की पूजा करने हेतु मनाया जाता है। यहां, नवरात्रि शब्द में 'नव' का अर्थ नौ और 'रात्रि' का अर्थ है रातें। इन नौ रातों में देवी मां के विभिन्न स्वरूपों की पूजा की जाती है। हालांकि, 4 नवरात्रियों में से एक माघी नवरात्रि गृहस्थ लोगों के लिए नहीं होती है।

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