जिन पर कृपा राम करे (Jin Par Kirpa Ram Kare)

राम नाम आधार जिन्हें,

वो जल में राह बनाते हैं,

जिन पर कृपा राम करें,

वो पत्थर भी तिर जाते हैं ॥


लक्ष्य राम जी सिद्धि राम जी,

राम ही राह बनायी,

राम कर्म हैं राम ही कर्ता,

राम की सकल बड़ाई

राम काम करने वालों में,

राम की शक्ति समायी,

पृथक पृथक नामो से,

सारे काम करें रघुराई,

भक्त परायण निज भक्तो को,

सारा श्रेय दिलाते है,

जिन पर कृपा राम करें,

वो पत्थर भी तिर जाते हैं ॥


घट घट बसके आप ही अपना,

नाम रटा देते है,

नाम रटा देते है,

हर कारज में निज भक्तो का,

हाथ बटा देते है,

हाथ बटा देते है,

बाधाओं के सारे पथ्थर,

राम हटा देते है,

अपने ऊपर लेकर उनका,

भार घटा देते है,

पथ्थर क्या प्रभु तीनो लोक का,

सारा भार उठाते है,

जिन पर कृपा राम करें,

वो पत्थर भी तिर जाते हैं ॥


राम नाम आधार जिन्हें,

वो जल में राह बनाते हैं,

जिन पर कृपा राम करें,

वो पत्थर भी तिर जाते हैं ॥

........................................................................................................
भानु सप्तमी पर सूर्यदेव की पूजा विधि

माघ माह के शुक्ल पक्ष की सप्तमी पर सूर्यदेव की पूजा की जाती है। रथ सप्तमी को भानु सप्तमी और अचला सप्तमी भी कहा जाता है। भानु सप्तमी के दिन भगवान भास्कर की पूजा करने से आरोग्य का वरदान मिलता है।

माँ ऊँचे पर्वत वाली, करती शेरो की सवारी(Maa Unche Parwat Wali Karti Shero Ki Sawari)

माँ ऊँचे पर्वत वाली,
करती शेरो की सवारी,

कभी तो मेरे घर आना, मोरी शारदा भवानी (Kabhi To Mere Ghar Aana Mori Sharda Bhawani)

कभी तो मेरे घर आना,
मोरी शारदा भवानी,

आया बुलावा भवन से (Aaya Bulawa Bhawan Se)

आया बुलावा भवन से,
मैं रह ना पाई ॥

डिसक्लेमर

'इस लेख में दी गई जानकारी/सामग्री/गणना की प्रामाणिकता या विश्वसनीयता की गारंटी नहीं है। सूचना के विभिन्न माध्यमों/ज्योतिषियों/पंचांग/प्रवचनों/धार्मिक मान्यताओं/धर्मग्रंथों से संकलित करके यह सूचना आप तक प्रेषित की गई हैं। हमारा उद्देश्य सिर्फ सूचना पहुंचाना है, पाठक या उपयोगकर्ता इसे सिर्फ सूचना समझकर ही लें। इसके अतिरिक्त इसके किसी भी तरह से उपयोग की जिम्मेदारी स्वयं उपयोगकर्ता या पाठक की ही होगी।