जो खेल गये प्राणो पे, श्री राम के लिए (Jo Khel Gaye Parano Pe Bhajan)

जो खेल गये प्राणो पे, श्री राम के लिए,

एक बार तो हाथ उठालो,

मेरे हनुमान के लिए ।

एक बार तो हाथ उठालो,

मेरे हनुमान के लिए ।


सागर को लांग के इसने,

सीता का पता लगाया,

प्रभु राम नाम का डंका,

लंका में जाके बजाया ,

माता अंजनी की ऐसी,

संतान के लिए ।

॥ एक बार तो हाथ उठालो...॥


लक्षमण को बचाने की जब,

सारी आशाये टूटी,

ये पवन वेग से जाकर,

लाये संजीवन बूटी,

पर्वत को उठाने वाले,

बलवान के लिए ।

॥ एक बार तो हाथ उठालो...॥


विभीषण जब इनकी भक्ति पर,

जब प्रश्न आज उठाया

तो चीर के सीना अपना,

श्री राम का दरश कराया

इन परम भक्त हनुमान,

माता अंजनी के संतान के लिए ।

॥ एक बार तो हाथ उठालो...॥


सालासर में भक्तो की,

ये पूरी करे मुरादे,

मेहंदीपुर ये सोनू.

दुखियो के दुखारे काटे,

दुनिया से निराले इसके,

दोनों धाम के लिए ।

॥ एक बार तो हाथ उठालो...॥


जो खेल गये प्राणो पे,

श्री राम के लिए,

एक बार तो हाथ उठालो,

मेरे हनुमान के लिए ।

एक बार तो हाथ उठालो,

मेरे हनुमान के लिए ।

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म्हारे सर पर है मैया जी रो हाथ(Mhare Sar Pe Hai Maiyaji Ro Hath)

म्हारे सर पर है मैया जी रो हाथ,
कोई तो म्हारो कई करसी ॥

रविवार की पूजा विधि

हिंदू धर्म में रविवार का दिन विशेष रूप से भगवान सूर्यदेव से जुड़ा हुआ है। इसे "रविवार व्रत" या "सूर्य व्रत" के रूप में मनाया जाता है। रविवार को सूर्य देव की पूजा करने से जीवन में स्वास्थ्य, समृद्धि, सम्मान और शक्ति की प्राप्ति होती है।

षटतिला एकादशी पूजा विधि

हर साल माघ माह के कृष्ण पक्ष की एकादशी को षटतिला एकादशी व्रत रखा जाता है। इस साल ये व्रत 25 जनवरी, 2025 को रखा जाएगा । इस दिन सृष्टि के पालनकर्ता भगवान विष्णु की विधि-विधान से पूजा की जाती है।

जिनके हृदय श्री राम बसे(Jinke Hridey Shri Ram Base)

जिनके हृदय श्री राम बसे,
उन और को नाम लियो ना लियो ।

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