कभी राम बनके, कभी श्याम बनके (Kabhi Ram Banake Kabhi Shyam Banake)

कभी राम बनके कभी श्याम बनके,

चले आना प्रभुजी चले आना ॥


तुम राम रूप में आना,

तुम राम रूप में आना

सीता साथ लेके,

धनुष हाथ लेके,

चले आना प्रभुजी चले आना ॥


कभी राम बनके कभी श्याम बनके,

चले आना प्रभुजी चले आना ॥


तुम श्याम रूप में आना,

तुम श्याम रूप में आना,

राधा साथ लेके,

मुरली हाथ लेके,

चले आना प्रभुजी चले आना ॥


कभी राम बनके कभी श्याम बनके,

चले आना प्रभुजी चले आना ॥


तुम शिव के रूप में आना,

तुम शिव के रूप में आना,

गौरा साथ लेके,

डमरू हाथ लेके,

चले आना प्रभुजी चले आना ॥


कभी राम बनके कभी श्याम बनके,

चले आना प्रभुजी चले आना ॥


तुम विष्णु रूप में आना,

तुम विष्णु रूप में आना,

लक्ष्मी साथ लेके,

चक्र हाथ लेके,

चले आना प्रभुजी चले आना ॥


कभी राम बनके कभी श्याम बनके,

चले आना प्रभुजी चले आना ॥


तुम गणपति रूप में आना,

तुम गणपति रूप में आना

रिद्धि साथ लेके,

सिद्धि साथ लेके,

चले आना प्रभुजी चले आना ॥


कभी राम बनके कभी श्याम बनके,

चले आना प्रभुजी चले आना ॥

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सर्पों की देवी मनसा की पूजा कैसे करें?

पश्चिम बंगाल की सीमा से सटे झारखंड के कसमार प्रखंड सहित आसपास के गांवों में सर्पों की देवी मां मनसा की पूजा बड़े धूमधाम से मनाई जाती है। हर साल गांवों में जगह-जगह मां मनसा की प्रतिमा स्थापित कर पूजा-अर्चना की जाती है।

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दुर्गा है मेरी मां, अम्बे है मेरी मां

जयकारा शेरावाली दा
बोल सांचे दरबार की जय।
दुर्गा है मेरी मां, अम्बे है मेरी मां।
(दुर्गा है मेरी मां, अम्बे है मेरी मां।)

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