कभी राम बनके, कभी श्याम बनके (Kabhi Ram Banake Kabhi Shyam Banake)

कभी राम बनके कभी श्याम बनके,

चले आना प्रभुजी चले आना ॥


तुम राम रूप में आना,

तुम राम रूप में आना

सीता साथ लेके,

धनुष हाथ लेके,

चले आना प्रभुजी चले आना ॥


कभी राम बनके कभी श्याम बनके,

चले आना प्रभुजी चले आना ॥


तुम श्याम रूप में आना,

तुम श्याम रूप में आना,

राधा साथ लेके,

मुरली हाथ लेके,

चले आना प्रभुजी चले आना ॥


कभी राम बनके कभी श्याम बनके,

चले आना प्रभुजी चले आना ॥


तुम शिव के रूप में आना,

तुम शिव के रूप में आना,

गौरा साथ लेके,

डमरू हाथ लेके,

चले आना प्रभुजी चले आना ॥


कभी राम बनके कभी श्याम बनके,

चले आना प्रभुजी चले आना ॥


तुम विष्णु रूप में आना,

तुम विष्णु रूप में आना,

लक्ष्मी साथ लेके,

चक्र हाथ लेके,

चले आना प्रभुजी चले आना ॥


कभी राम बनके कभी श्याम बनके,

चले आना प्रभुजी चले आना ॥


तुम गणपति रूप में आना,

तुम गणपति रूप में आना

रिद्धि साथ लेके,

सिद्धि साथ लेके,

चले आना प्रभुजी चले आना ॥


कभी राम बनके कभी श्याम बनके,

चले आना प्रभुजी चले आना ॥

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यशोदा माँ के होयो लाल, बधाई सारे भक्ता ने (Yasoda Ma Ke Hoyo Laal Badhai Saare Bhagta Ne)

यशोदा माँ के होयो लाल,
बधाई सारे भक्ता ने,

आषाढ़ कृष्ण पक्ष की योगिनी एकादशी (aashaadh krishn paksh ki yogini ekaadashi)

युधिष्ठिर ने कहा कि हे श्री मधुसूदन जी ! ज्येष्ठ शुक्ल की निर्जला एकादशी का माहात्म्य तो मैं सुन चुका अब आगे आषाढ़ मास के कृष्ण पक्ष की एकादशी का क्या नाम है और क्या माहात्म्य है कृपाकर उसको कहने की दया करिये।

चलती है सारी श्रष्टी, महाकाल के दर से (Chalti Hai Saari Srishti Mahakal Ke Dar Se)

चलती है सारी श्रष्टी,
महाकाल के दर से ॥

बांके बिहारी लाल, तेरी जय होवे (Banke Bihari Laal, Teri Jai Hove)

बांके बिहारी लाल,
तेरी जय होवे,

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