मेरे सिर पर रख दो भोले(Mere Sar Par Rakh Do Bhole)

मेरे सिर पर रख दो भोले,

अपने ये दोनों हाथ,

देना हो तो दीजिए,

जनम जनम का साथ ॥


देने वाले श्याम शिवदानी तो,

अन्न धन दौलत क्या मांगे,

महादेव से मांगे तो फिर,

नाम और इज्ज़त क्या मांगे,

मेरे जीवन में तू कर दे,

मेरे जीवन में तू कर दे,

अब कृपा की बरसात,

देना हो तो दीजिए,

जनम जनम का साथ ॥


भोले तेरे चरणों की धूलि,

धन दौलत से महंगी है,

एक नज़र कृपा की बाबा,

नाम इज्ज़त से महंगी है,

मेरे दिल की तम्मना यही है,

मेरे दिल की तम्मना यही है,

करूँ सेवा तेरी दिन रात,

देना हो तो दीजिए,

जनम जनम का साथ ॥


झुलस रहें है गम की धुप में,

प्यार की छाया कर दे तू

बिन माझी के नाव चले ना,

अब पतवार पकड़ ले तू,

मेरा रस्ता रौशन कर दे,

मेरा रस्ता रौशन कर दे,

छायी अंधियारी रात,

देना हो तो दीजिए,

जनम जनम का साथ ॥


कहती है दुनिया शरणागत को,

अपने गले लगाते हो,

ऐसा हमने क्या माँगा जो,

देने में घबराते हो,

चाहे जैसे रखो त्रिपुरारी,

चाहे जैसे रखो त्रिपुरारी,

बस होती रहे मुलाक़ात,

देना हो तो दीजिए,

जनम जनम का साथ ॥


मेरे सिर पर रख दो भोले,

अपने ये दोनों हाथ,

देना हो तो दीजिए,

जनम जनम का साथ ॥

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भोले तेरी बंजारन (Bhole Teri Banjaran)

बंजारन मैं बंजारन,
भोले तेरी बंजारन,

चैत कृष्ण पापमोचनी एकादशी (Chait Krishna Papamochani Ekadashi)

इतनी कथा सुनकर महाराज युधिष्ठिर बोले हे भगवन् ! आपके श्रीमुख से इन पवित्र कथाओं को सुन मैं कृतकृत्य हो गया।

शिव पंचाक्षर स्तोत्र मंत्र (Shiv Panchakshar Stotram )

॥ श्रीशिवपञ्चाक्षरस्तोत्रम् ॥
नागेन्द्रहाराय त्रिलोचनाय,
भस्माङ्गरागाय महेश्वराय ।
नित्याय शुद्धाय दिगम्बराय,
तस्मै न काराय नमः शिवाय ॥१॥ ॥ Shrishivpanchaksharastotram ॥
nagendraharay trilochanay,
bhasmangaragay maheshvaray .
nityay shuddhay digambaray,
tasmai na karay namah shivay .1.

श्री भगवान जय गंगाधर जी की आरती (Shri Bhagwan Gangadhar Ji Ki Aarti)

ॐ जय गङ्गाधर हर, जय गिरिजाधीशा।
त्वं मां पालय नित्यं, कृपया जगदीशा॥

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