मिलता है सच्चा सुख केवल भगवान(Milta Hai Sachha Sukh Keval Bhagwan Tere Charno Me)

मिलता है सच्चा सुख केवल भगवान् तुम्हारे चरणों में ।

यह विनती है पल पल छिन की, रहे ध्यान तुम्हारे चरणों में ॥


चाहे बैरी सब संसार बने, चाहे जीवन मुझ पर भार बने ।

चाहे मौत गले का हार बने, रहे ध्यान तुम्हारे चरणों में ॥

॥ मिलता है सच्चा सुख केवल...॥


चाहे अग्नि में मुझे जलना हो, चाहे काटों पे मुझे चलना हो ।

चाहे छोडके देश निकलना हो, रहे ध्यान तुम्हारे चरणों में ॥

॥ मिलता है सच्चा सुख केवल...॥


चाहे संकट ने मुझे घेरा हो, चाहे चारों ओर अँधेरा हो ।

पर मन नहीं डग मग मेरा हो, रहे ध्यान तुम्हारे चरणों में ॥

॥ मिलता है सच्चा सुख केवल...॥


जिव्हा पर तेरा नाम रहे, तेरा ध्यान सुबह और शाम रहे ।

तेरी याद तो आठों याम रहे, रहे ध्यान तुम्हारे चरणों में ॥


मिलता है सच्चा सुख केवल भगवान् तुम्हारे चरणों में ।

यह विनती है पल पल छिन की, रहे ध्यान तुम्हारे चरणों में ॥

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रंग पंचमी पर देवताओं को कौन सा रंग चढ़ाएं

रंग पंचमी 2025 इस वर्ष 21 मार्च को मनाई जाएगी। यह पर्व होली के पांचवें दिन फाल्गुन मास की शुक्ल पंचमी तिथि को आता है। धार्मिक मान्यता के अनुसार, रंग पंचमी का दिन देवी-देवताओं को समर्पित होता है और इस दिन वे भी गीले रंगों से होली खेलते हैं।

माँ तू ही नज़र आये(Maa Tu Hi Nazar Aaye)

मुँह फेर जिधर देखूं माँ तू ही नज़र आये,
माँ छोड़ के दर तेरा कोई और किधर जाये ॥

शिव अद्भुत रूप बनाए (Shiv Adbhut Roop Banaye)

शिव अद्भुत रूप बनाए,
जब ब्याह रचाने आए ॥

प्रदोष व्रत की कथा

हर माह के शुक्ल और कृष्ण पक्ष की त्रयोदशी तिथि को प्रदोष व्रत रखा जाता है। पंचांग के मुताबिक साल 2025 का पहला प्रदोष व्रत 11 जनवरी को रखा जाएगा, इस दिन शनिवार होने के कारण यह शनि प्रदोष भी कहलाएगा।

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