नाम है तेरा कृष्ण कन्हैया नाथद्वारा सन्मुख होगा (Naam Hai Tera Krishna Kanhaiya)

नाम है तेरा कृष्ण कन्हैया,

नाथद्वारा सन्मुख होगा,

तेरा दर्शन इतना सुन्दर,

तू कितना सुन्दर होगा,

तू कितना सुन्दर होगा ॥


जनम जनम की प्यासी अँखियाँ,

दर्शन से सुख पाऊं मैं,

तेरे चरण में मेरा ठिकाना,

और कही क्यों जाऊं मैं,

श्रीनाथ जी के शुभ नैनन में,

श्रीनाथ जी के शुभ नैनन में,

करुणा का सागर होगा,

तेरा दर्शन इतना सुन्दर,

तू कितना सुन्दर होगा,

तू कितना सुन्दर होगा ॥


मन-मोहिनी मूरत तेरी,

घट घट बसिया श्याम तू ही,

मन मंदिर में मोहन तू ही,

रोम रोम में श्याम तू ही,

साँसों में मेरी बंसी बजाये,

साँसों में मेरी बंसी बजाये,

वो नटवर नागर होगा,

तेरा दर्शन इतना सुन्दर,

तू कितना सुन्दर होगा,

तू कितना सुन्दर होगा ॥


यमुना तट पर बंशीवट पर,

तेरा रंग निराला है,

राधा के संग रास रचैया,

मोहन मुरली वाला है,

महाप्रभु जी के चरणों में ही,

महाप्रभु जी के चरणों में ही,

हर वैष्णव का घर होगा,

तेरा दर्शन इतना सुन्दर,

तू कितना सुन्दर होगा,

तू कितना सुन्दर होगा ॥


नाम है तेरा कृष्ण कन्हैया,

नाथद्वारा सन्मुख होगा,

तेरा दर्शन इतना सुन्दर,

तू कितना सुन्दर होगा,

तू कितना सुन्दर होगा ॥

........................................................................................................
शिव पूजा विधि

सर्वप्रथम पहले की तरह आचमन कर पवित्री धारण करे। अपने ऊपर और पूजा-सामग्री पर जल का प्रोक्षण करे।

रघुनन्दन राघव राम हरे (Raghunandan Raghav Ram Hare Dhun)

रघुनन्दन राघव राम हरे
सिया राम हरे सिया राम हरे ।

क्षिप्रा के तट बैठे है, मेरे भोले भंडारी (Shipra Ke Tat Baithe Hai Mere Bhole Bhandari)

क्षिप्रा के तट बैठे है,
मेरे भोले भंडारी,

आयो फागण को त्यौहार (Aayo Fagan Ko Tyohar)

आयो फागण को त्यौहार,
नाचे ठुमक ठुमक दातार,

डिसक्लेमर

'इस लेख में दी गई जानकारी/सामग्री/गणना की प्रामाणिकता या विश्वसनीयता की गारंटी नहीं है। सूचना के विभिन्न माध्यमों/ज्योतिषियों/पंचांग/प्रवचनों/धार्मिक मान्यताओं/धर्मग्रंथों से संकलित करके यह सूचना आप तक प्रेषित की गई हैं। हमारा उद्देश्य सिर्फ सूचना पहुंचाना है, पाठक या उपयोगकर्ता इसे सिर्फ सूचना समझकर ही लें। इसके अतिरिक्त इसके किसी भी तरह से उपयोग की जिम्मेदारी स्वयं उपयोगकर्ता या पाठक की ही होगी।