राम धुन लागि (Ram Dhun Lagi)

राम धुन लागि श्री राम धुन लागि,

मन हमारा हुआ,

राम राम जी का सुआ,

बोले राम राम,

हरपल राम राम,

निशदिन राम राम,

जय श्री राम राम,

हे राम ही राम रटे बैरागी,

राम धुन लागी श्री राम धुन लागी ॥


बिन कारण रोए हँसे,

अजब हमारा हाल,

हम गाते है राम धुन,

दुनिया देती ताल,

श्री राम जय राम जय जय राम,

श्री राम जय राम जय जय राम ॥


राम रसपान कर,

मन राम का भ्रमर,

गाए राम रामहरपल राम राम,

निशदिन राम राम,

जय श्री राम राम,

हे राम सुमन मन भ्रमर बड़भागी,

राम धुन लागी श्री राम धुन लागी,

राम धुन लागि श्री राम धुन लागि ॥


बड़ी चतुराई से केवट ने,

चरणामृत का पान किया,

चरण धूल ने श्रापित नारी,

अहिल्या का कल्याण किया,

राम नाम जिन पर लिखा,

तर गए वे पाषाण,

राम भक्त हनुमान के,

राम ही जीवन प्राण,

श्री राम जय राम जय जय राम,

श्री राम जय राम जय जय राम ॥


गुरुजन की आज्ञा शीश धरी,

पितृ वचनों का सत्कार किया,

भीलनी को दिए दर्शन प्रभु ने,

निज भक्तो से सदा प्यार किया,

दशरथ सूत ने दशमी को,

दशमुख रावण का संहार किया,

जिसे मार दिया उसे तार दिया,

अवतार धरे उपकार किया,

सितार के तारो में झंकृत,

श्री राम जय राम जय जय राम,

मुरली की तानो में मुखरित,

श्री राम जय राम जय जय राम,

शिव शंकर का डमरू बोले,

श्री राम जय राम जय जय राम,

श्री राम जय राम जय जय राम ॥


राम धुन लागी श्री राम धुन लागी,

मन हमारा हुआ,

राम राम जी का सुआ,

बोले राम राम,

हरपल राम राम,

निशदिन राम राम,

जय श्री राम राम,

हे राम ही राम रटे बैरागी,

राम धुन लागी श्री राम धुन लागी ॥

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राधा रानी की पूजा विधि

मासिक कृष्ण जन्माष्टमी का पर्व हर माह कृष्ण पक्ष की अष्टमी तिथि को मनाया जाता है। इस दिन भगवान श्रीकृष्ण और राधा रानी की विशेष पूजा-अर्चना की जाती है।

श्री शीतलनाथ चालीसा (Shri Sheetalnath Chalisa)

शीतल हैं शीतल वचन, चन्दन से अधिकाय ।
कल्प वृक्ष सम प्रभु चरण, हैं सबको सुखकाय ।।

शुक्रवार की पूजा विधि

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शबरी जयंती क्यों मनाई जाती है?

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