राम राम जपो, चले आएंगे हनुमान जी (Ram Ram Bhajo Chale Aayenge Hanuman Ji)

दो अक्षर वाला नाम,

आये बड़ा काम जी,

राम राम जपो,

चले आएंगे हनुमान जी,

राम राम भजो,

श्री राम राम भजो ॥


सीता माँ ने दिया,

मोतियों का माला

माला तोड़ दिया,

वीर हनुमाना,

नाम नहीं राम का तो,

आये किस काम जी,

राम राम जपों,

चले आएंगे हनुमान जी,

राम राम भजों,

श्री राम राम भजो ॥


चीर दिये सीना,

भरी महफ़िल में,

सीताराम को,

दिखा दिए दिल में,

चमक चमक चमक रही,

झांकी सियाराम की,

राम राम जपों,

चले आएंगे हनुमान जी,

राम राम भजों,

श्री राम राम भजो ॥


चौंक गयी प्रजा,

देख के नज़ारे,

तुम हो राम के,

और राम है तुम्हारे,

सीने से लगाए,

उसी वक़्त श्री राम जी,

राम राम जपों,

चले आएंगे हनुमान जी,

राम राम भजों,

श्री राम राम भजो ॥


दो अक्षर वाला नाम,

आये बड़ा काम जी,

राम राम जपो,

चले आएंगे हनुमान जी,

राम राम भजो,

श्री राम राम भजो ॥

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ब्रह्मानंदम परम सुखदम (Brahamanandam, Paramsukhdam)

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दर्श अमावस्या क्यों मनाई जाती है?

हिंदू धर्म में दर्श अमावस्या का दिन अत्यंत महत्वपूर्ण माना जाता है। यह अमावस्या पितरों की शांति और पूजा-पाठ के लिए समर्पित है।

चले पवन की चाल, मेरा बजरंगबली (Chale Pawan Ki Chaal Mera Bajrangbali)

लाल लंगोटा हाथ में सोटा,
चले पवन की चाल,

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