राम तुम बड़े दयालु हो (Ram Tum Bade Dayalu Ho)

राम तुम बड़े दयालु हो,

नाथ तुम बड़े दयालु हो,

हरी जी तुम बड़े दयालु हो ॥


और ना कोई हमारा है,

मुझे इक तेरा सहारा है,

नईया डोल रही मेरी,

हरी जी तुम करो ना अब देरी ।


राम तुम बड़ें दयालु हो,

नाथ तुम बड़े दयालु हो,

हरी जी तुम बड़े दयालु हो ॥


तेरा यश गाया वेदों ने,

पार नहीं पाया वेदों ने,

नेती नेती गाया वेदों ने ।


राम तुम बड़ें दयालु हो,

नाथ तुम बड़े दयालु हो,

हरी जी तुम बड़े दयालु हो ॥


भले हैं बुरे हैं तेरे हैं,

तेरी माया के घेरे हैं,

फिर भी हम बालक तेरे हैं ।


राम तुम बड़ें दयालु हो,

नाथ तुम बड़े दयालु हो,

हरी जी तुम बड़े दयालु हो ॥


सहारा भक्तों के हो आप,

मिटाते हो सब के संताप,

करें जो भक्ति भाव से जाप ।


राम तुम बड़ें दयालु हो,

नाथ तुम बड़े दयालु हो,

हरी जी तुम बड़े दयालु हो ॥


तुम्हारा नाम मिले भगवन,

सुबह और शाम मिले भगवन,

भक्ति का दान मिले भगवन ।


राम तुम बड़ें दयालु हो,

नाथ तुम बड़े दयालु हो,

हरी जी तुम बड़े दयालु हो ॥


राम तुम बड़े दयालु हो,

नाथ तुम बड़े दयालु हो,

हरी जी तुम बड़े दयालु हो ॥


श्री राम, जय राम, जय जय राम ।

श्री राम, जय राम, जय जय राम ।

श्री राम, जय राम, जय जय राम ।

श्री राम, जय राम, जय जय राम ।


........................................................................................................
शिव का डमरू डम डम बाजे (Shiv Ka Damru Dam Dam Baje)

शिव का डमरू डम डम बाजे,
टोली कावड़ियों की नाचे,

राम नाम से जगमग है (Ram Naam Se Jagmag Hai)

वो कितने धनवान धनी जो
राम के दर्शन पाते हैं

होलाष्टक के यम-नियम क्या हैं

हिंदू पंचांग के अनुसार होलाष्टक होली से पहले आठ दिनों की एक विशेष अवधि है, जो फाल्गुन शुक्ल अष्टमी से होलिका दहन तक चलती है। इस अवधि के दौरान कोई भी शुभ कार्य करना वर्जित होता है।

गणपति गजवदन वीनायक (Ganpati Gajvadan Vinayak)

गणपति गजवदन विनायक,
थाने प्रथम मनावा जी,

डिसक्लेमर

'इस लेख में दी गई जानकारी/सामग्री/गणना की प्रामाणिकता या विश्वसनीयता की गारंटी नहीं है। सूचना के विभिन्न माध्यमों/ज्योतिषियों/पंचांग/प्रवचनों/धार्मिक मान्यताओं/धर्मग्रंथों से संकलित करके यह सूचना आप तक प्रेषित की गई हैं। हमारा उद्देश्य सिर्फ सूचना पहुंचाना है, पाठक या उपयोगकर्ता इसे सिर्फ सूचना समझकर ही लें। इसके अतिरिक्त इसके किसी भी तरह से उपयोग की जिम्मेदारी स्वयं उपयोगकर्ता या पाठक की ही होगी।