कन्हैया कन्हैया पुकारा करेंगे - भजन (Kanhaiya Kanhaiya Pukara Karenge Lataon Me Brij Ki Gujara Karenge)

कन्हैया कन्हैया पुकारा करेंगे,

लताओं में बृज की गुजारा करेंगे।

कहीं तो मिलेंगे वो बांके बिहारी,

कहीं तो मिलेंगे वो बांके बिहारी,

उन्ही के चरण चित लगाया करेंगे

कन्हैया कन्हैया पुकारा करेंगे,

लताओं में बृज की गुजारा करेंगे।


बना करके हृदय में हम प्रेम मंदिर

वहीँ उनको झूला झुलाया करेंगे

॥ कन्हैया कन्हैया पुकारा करेंगे...॥


उन्हें हम बिठाएंगे आँखों में दिल में

उन्ही से सदा लौ लगाया करेंगे

॥ कन्हैया कन्हैया पुकारा करेंगे...॥


जो रूठेंगे हमसे वो बांके बिहारी

चरण को पकड़ हम मनाया करेंगे

॥ कन्हैया कन्हैया पुकारा करेंगे...॥


उन्हें प्रेम डोर से हम बाँध लेंगे

तो फिर वो कहा भाग जाया करेंगे

॥ कन्हैया कन्हैया पुकारा करेंगे...॥


उन्होंने छुडाये थे गज के वो बंधन

वही मेरे संकट मिटाया करेंगे

॥ कन्हैया कन्हैया पुकारा करेंगे...॥


उन्होंने नचाया था ब्रह्माण्ड सारा

मगर अब उन्हें हम नचाया करेंगे

॥ कन्हैया कन्हैया पुकारा करेंगे...॥


भजेंगे जहा प्रेम से नन्द नंदन

कन्हैया छवि को दिखाया करेंगे


कन्हैया कन्हैया पुकारा करेंगे,

लताओं में बृज की गुजारा करेंगे।

कहीं तो मिलेंगे वो बांके बिहारी,

कहीं तो मिलेंगे वो बांके बिहारी,

उन्ही के चरण चित लगाया करेंगे

कन्हैया कन्हैया पुकारा करेंगे,

लताओं में बृज की गुजारा करेंगे।

........................................................................................................
भालचंद्र संकष्टी चतुर्थी पर बन रहे मंगलकारी योग

सनातन धर्म में चतुर्थी तिथि का विशेष महत्व होता है, क्योंकि यह दिन भगवान गणेश को समर्पित होता है। इस दिन भक्त भगवान गणेश की आराधना कर सुख-समृद्धि और सफलता की कामना करते हैं। संकष्टी चतुर्थी का व्रत करने से सभी बाधाएं दूर होती हैं और जीवन में शुभ फल प्राप्त होते हैं।

मेरा तो बस एक सहारा, राम ए माँ (Mera To Bas Ek Sahara Ram Ae Maa)

मेरा तो बस एक सहारा,
राम ए माँ,

गणेश चतुर्थी पूजन सामग्री लिस्ट

गणेश चतुर्थी की शुरुआत भाद्रपद महीने के शुक्ल पक्ष की चतुर्थी तिथि से होती है और यह पर्व चतुर्दशी तिथि को समाप्त होता है। यह 10 दिनों तक चलने वाला भव्य उत्सव होता है।

उंचिया पहाड़ा वाली माँ, हो अम्बे रानी (Uchiya Pahadawali Maa O Ambe Rani)

उंचिया पहाड़ा वाली माँ,
हो अम्बे रानी,

डिसक्लेमर

'इस लेख में दी गई जानकारी/सामग्री/गणना की प्रामाणिकता या विश्वसनीयता की गारंटी नहीं है। सूचना के विभिन्न माध्यमों/ज्योतिषियों/पंचांग/प्रवचनों/धार्मिक मान्यताओं/धर्मग्रंथों से संकलित करके यह सूचना आप तक प्रेषित की गई हैं। हमारा उद्देश्य सिर्फ सूचना पहुंचाना है, पाठक या उपयोगकर्ता इसे सिर्फ सूचना समझकर ही लें। इसके अतिरिक्त इसके किसी भी तरह से उपयोग की जिम्मेदारी स्वयं उपयोगकर्ता या पाठक की ही होगी।

यह भी जाने